लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में NDA और इंडिया गठबंधन की बेहद दिलचस्प लड़ाई है. जिसमें कांग्रेस और BJP दोनों के साथ शिवसेना और एनसीपी का एक-एक धड़ा शामिल है. BJP के साथ जहां शिवसेना उद्धव गुट और अजित पवार गुट है तो वहीं कांग्रेस के साथ शिवसेना उद्धव और शरद पवार गुट शामिल है. इस बीच लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का इंटरव्यू किया है. इस इंटरव्यू में उनसे पूनम महाजन (Poonam Mahajan) का टिकट कटने को लेकर सवाल पूछा गया.
BJP ने पूनम महाजन का टिकट क्यों काटा? देवेंद्र फडणवीस ने 'सच' बता दिया
Maharashtra के Deputy CM Devendra Fadnavis का दी लल्लनटॉप पर इंटरव्यू हुआ. इस इंटरव्यू में उन्होंने Poonam Mahajan को BJP का टिकट न मिलने के पीछे की पूरी इनसाइड स्टोरी बताई.

मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट से दो बार की सांसद पूनम महाजन के टिकट कटने के सवाल पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा,
जहां तक पूनम का मामला है तो कई राज्यों में आपने देखा होगा कि जो सांसद हैं वो विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं जो विधायक हैं, वो सांसद का चुनाव लड़ रहे हैं. तो ऐसी बात आई कि कुछ सांसदों को हमें स्टेट में भेजना चाहिए क्योंकि तुरंत राज्य में चुनाव होने हैं. और इसके चलते ये फैसला यहां हुआ है टिकट किसी का कटा नहीं है.
आगे पूनम महाजन को विधानसभा टिकट देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये तो उनके हाथ में नहीं है, लेकिन उनके हिसाब से BJP पूनम महाजन को खाली नहीं रखने वाली है.
पूनम महाजन ट्रेंड पायलट, 2 बार की सांसदमुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट से इस बार BJP ने दिग्गज नेता रहे प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन की जगह वकील उज्ज्वल निकम को टिकट दिया है. पूनम महाजन 2006 में पिता प्रमोद महाजन की हत्या के बाद BJP में शामिल हुईं थीं. 2009 में उन्होंने पहली बार घाटकोपर वेस्ट से लोकसभा चुनाव लड़ा. लेकिन वो हार गईं थीं. साल 2014 में मुंबई सेंट्रल सीट से उन्होंने कांग्रेस की प्रिया दत्त को हराया था. 2019 में फिर एक बार पूनम ने कांग्रेस की नेता प्रिया दत्त को हराते हुए जीत दर्ज की थी. पूनम एक ट्रेंड पायलट हैं. उन्हें 300 घंटे विमान उड़ाने का अनुभव है.
उज्जवल निकम को भी जान लीजिएउज्जवल निकम महाराष्ट्र से आते हैं और उनका जन्म जलगांव के एक मराठी परिवार में हुआ था. उनके पिता देवरावजी निकम एक न्यायाधीश थे, जबकि उनकी मां हाउस वाइफ थीं. उज्जवल निकम ने जलगांव के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में प्रैक्टिस शुरु की. 30 साल से अधिक के करियर में उन्होंने कई मुकदमे लड़े और आरोपियों को सजा दिलवाई. उज्जवल निकम को 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
उज्ज्वल निकम वही वकील हैं, जिनकी पैरवी के बाद 26/11 के आतंकवादी हमलों के लिए आतंकी अजमल कसाब को फांसी की सज़ा हुई थी. उज्जवल निकम, 1993 के मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट, गुलशन कुमार मर्डर केस, शक्ति मिल रेप केस, प्रमोद महाजन मर्डर केस समेत कई हाई प्रोफाइल मामलों में सरकारी वकील रह चुके हैं. मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट पर उज्जवल निकम का मुकाबला कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ से है.
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पहले 'कसाब को बिरयानी' वाली बात बोली फिर…जब पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब जेल में बंद था, तब उज्ज्वल निकम ने दावा किया था कि उसे जेल में बिरयानी खिलाई जा रही है. तब उनकी कही इस बात पर खूब सियासी बवाल हुआ था. लेकिन, कुछ समय बाद निकम ने अपने बयान की असलियत सबको बताई. आज तक की एक रिपोर्ट के मुताबिक उज्वल निकम ने बिरयानी वाली बात कहने के कुछ साल बाद इस पर सफाई दी थी. जयपुर में आतंकवाद विरोधी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन से इतर मीडिया से उन्होंने कहा था, ‘कसाब ने कभी भी बिरयानी की मांग नहीं की थी और न ही सरकार ने उसे बिरयानी परोसी थी. मुकदमे के दौरान कसाब के पक्ष में बन रहे भावनात्मक माहौल को रोकने के लिए मैंने इसे गढ़ा था.’
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