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महात्मा गांधी के पोते बनेंगे देश के नए राष्ट्रपति? लेफ्ट ने सुझाया गोपालकृष्ण गांधी का नाम

शरद पवार नहीं महात्मा गांधी के पोते पर दांव खेलने की तैयारी में लेफ्ट

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गोपालकृष्ण गांधी और राष्ट्रपति भवन. (फोटो: पीटीआई)

राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) के लिए वाम दलों यानी कि लेफ्ट पार्टियों ने अपना उम्मीदवार चुन लिया है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक इन दलों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी को कैंडिडेट बनाने का सुझाव दिया है. हालांकि, गांधी ने अभी इस पर स्वीकृति नहीं जताई है और विचार करने के लिए कुछ समय मांगा है.

शरद पवार के साथ बैठक

आजतक की पॉलोमी साहा के मुताबिक विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति पद के आगामी चुनाव में अपना उम्मीदवार चुनने के लिए NCP नेता शरद पवार के साथ मंगलवार, 14 जून को एक बैठक की थी. सूत्रों ने बताया कि इसमें लेफ्ट पार्टियों ने गोपालकृष्ण गांधी को उम्मीदवार बनाने की मांग की. पवार ने भी इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई है.

गोपालकृष्ण गांधी ने क्या कहा?

इंडिया टुडे के साथ बातचीत में गोपालकृष्ण गांधी ने कहा,

‘मुझसे पूछा गया है कि यदि आम सहमति बनती है तो क्या मैं इस पद के लिए उम्मीदवार बनूंगा. मैंने कहा है कि इतने महत्वपूर्ण सुझाव पर फैसला लेने के लिए मुझे कुछ समय चाहिए.’

उन्होंने आगे कहा कि सभी संबंधित लोगों के साथ विचार-विमर्थ चल रहा है. अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.

पहले उपराष्ट्रपति का चुनाव लड़ चुके हैं

गोपालकृष्ण गांधी इससे पहले विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में उपराष्ट्रपति का चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि, एनडीए के कैंडिडेट एम वेंकैया नायडू से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. यह चुनाव साल 2017 में हुआ था.

77 वर्षीय गोपालकृष्ण गांधी एक पूर्व नौकरशाह हैं. दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त के रूप में काम कर चुके हैं.

उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार पर विचार करने के लिए अलग-अलग विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है. कुछ नेताओं ने शरद पवार का भी नाम सुझाया था, लेकिन खुद पवार ने ये चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया.

18 जुलाई को होगा चुनाव

निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की तारीख 18 जुलाई निर्धारित की है. हालांकि, यदि एक से अधिक उम्मीदवार मैदान में होंगे, तभी चुनाव कराया जाएगा. इसकी मतगणना 21 जुलाई को होगी. इस चुनाव में सांसदों और विधायकों वाले निर्वाचक मंडल के 4,809 सदस्य नए राष्ट्रपति का चुनाव करेंगे. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और 25 जुलाई को देश को नया राष्ट्रपति मिलेगा.