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UP TET की परीक्षा टालने की मांग करने वाले अभ्यर्थी इसकी क्या वजह बता रहे हैं?

क्या UPPSC मेंस परीक्षा के बाद UP TET भी स्थगित होगा?

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(प्रतीकात्मक फोटो- पीटीआई)
उत्तर प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी UP TET 2021 एक बार फिर से सुर्खियों में है. दो महीने पहले 28 नवंबर 2021 को ये परीक्षा आयोजित होनी थी. 28 नवंबर को परीक्षा के दौरान ही इसे स्थगित कर दिया गया था. योगी सरकार ने इसे एक महीने के भीतर दोबारा कराने की बात कही थी. हालांकि बाद में परीक्षा की तारीख 23 जनवरी 2022 तय हुई थी. अब जब परीक्षा की तारीख नजदीक आ गई है तो इसे एक बार फिर से आगे बढ़ाने की मांग हो रही है. वजह है कोरोना के बढ़ते मामले. सोशल मीडिया पर UP TET के अभ्यर्थियों की ओर से इसे लेकर कैम्पेन भी चलाया जा रहा है. परीक्षा टालने की मांग क्यों? देश भर में 20 जनवरी 2022 को कोरोना के 3 लाख से भी ज्यादा नए मामले सामने आए. अगले दिन यानी 21 जनवरी को ये आंकड़ा साढ़े 3 लाख के करीब पहुंच गया. उत्तर प्रदेश की बात करें तो 20 जनवरी को यहां कोरोना के 17 हजार 662 नए मामले आए थे. वहीं 21 जनवरी को ये आंकड़ा बढ़कर 18 हजार 429 पर पहुंच गया. तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए अभ्यर्थी परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. UP TET 2021 के लिए 21 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. परीक्षा के लिए इनके अलग-अलग शहरों में सेंटर बनाए गए हैं. ऐसे समय में जब इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, 20 लाख से अधिक अभ्यर्थियों का एक जगह से दूसरी जगह आना-जाना अपने आप में जोखिम भरा है. तारीख आगे बढ़ाने की मांग कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा में बैठने वाले कई उम्मीदवार या उनके घर का कोई सदस्य कोरोना संक्रमित है. इसके चलते उनका परीक्षा में बैठना उचित नहीं है, क्योंकि ये संक्रमण की रफ्तार को और बढ़ा सकता है. परीक्षा में शामिल होने वाले गोरखपुर के एक उम्मीदवार नीरज ने दी लल्लनटॉप से बात करते हुए कहा,
मेरी जानकारी में बहुत से ऐसे अभ्यर्थी हैं जो खांसी-जुकाम से जूझ रहे हैं. कुछ कि कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है, ऐसे में उनका परीक्षा में बैठना संक्रमण को और फैलाने वाला साबित हो सकता है. सरकार, कोरोना पॉजिटिव अभ्यर्थियों के लिए अलग से बैठाने की व्यवस्था करने की बात तो कर रही है, लेकिन जब ऐसे लोग घर से बाहर निकलेंगे और यात्रा करके सेंटर पर पहुंचेंगे तो उससे भी तो संक्रमण बढ़ सकता है. 
UP TET 2021 के एक अन्य परीक्षार्थी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया,
28 नवंबर को पेपर लीक होने के बाद सरकार ने परीक्षा को एक महीने के भीतर दोबारा आयोजित कराने का फैसला किया था. लेकिन बाद में इसकी तारीख 23 जनवरी रखी गई और जनवरी आते-आते कोरोना संक्रमण के मामले भी बढ़ने लगे तो सरकार अब परीक्षा कराने पर अड़ी है. वो भी ऐसे माहौल के बीच में जो कि खतरे से खाली नही है. 
पेपर लीक के बाद रद्द हुई थी परीक्षा उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी UP TET पास करने के बाद अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षक बनने के योग्य हो जाता है. ये परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है. 2021 में ये 28 नवंबर को प्रस्तावित थी. करीब 21 लाख अभ्यर्थियों ने इसके लिए आवेदन किया था. 28 नवंबर की सुबह परीक्षा शुरू हुई. इसी दौरान UPSTF ने प्रदेश भर में छापेमारी कर 23 लोगों को गिरफ्तार किया और पेपर लीक होने का खुलासा किया. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने UP TET 2021 को रद्द करने का फैसला किया. कई जगहों पर पूरी परीक्षा देने के बाद अभ्यर्थियों को पेपर रद्द होने की जानकारी मिली. पेपर रद्द होने की वजह से मायूस अभ्यर्थियों ने खूब हंगामा भी किया था. चुनाव नजदीक होने की वजह से विपक्षी दलों ने भी योगी सरकार पर खूब हमला बोला था. इस बीच यूपी सरकार ने परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों को अपने घर तक जाने के लिए फ्री बस सेवा की घोषणा की. साथ ही एक महीने के भीतर दोबारा परीक्षा कराने का वादा भी किया. इसके बाद 23 जनवरी की तारीख परीक्षा के लिए तय की गई. आगे बढ़ाई गई PCS मेन्स की डेट दो दिन पहले यानी 19 जनवरी को ही उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए UPPSC मेन्स 2021 को आगे बढ़ाने का फैसला किया. ये परीक्षा 28 से 31 जनवरी 2022 के बीच प्रस्तावित थी. अब ये परीक्षा मार्च में होगी. लोक सेवा आयोग की ओर से डेट बढ़ाने के फैसले का हवाला देते हुए TET की डेट भी आगे बढ़ाने की मांग हो रही है. इसे लेकर नीरज कहते हैं,
जब सरकार बाकी परीक्षाओं को स्थगित कर सकती है तो UP TET की परीक्षा को भी स्थगित करना चाहिए, क्योंकि वायरस किसी के प्रति भेद नहीं करता है, सबको एक समान ही खतरा है.
UPPSC के अलावा UPSSSC ने स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला (ANM) की भर्ती परीक्षा को भी स्थगित कर दिया है. ये परीक्षा 6 फरवरी 2022 को होनी थी, लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए आयोग ने परीक्षा को फिलहाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की है.