महिलाओं में मेनोपॉज की स्थिति के बारे में सभी जानते हैं, लेकिन कम लोगों को पता है कि पुरुषों को भी होता है मेनोपॉज.
पुरुषों की इस स्थिति को एंड्रोपॉज भी कहते हैं, दरअसल एक उम्र के बाद पुरुषों के हार्मोन में भी परिवर्तन होते हैं.
महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोंस कम होते हैं. वहीं पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोंस की कमी होने लगती है.
पुरुषों के शरीर में भी 30 वर्ष के बाद टेस्टोस्टेरोन लेवल कम होने लगता है, हालांकि इसके लक्षण थोड़े कम दिखाई पड़ते हैं.
पुरुषों में मेनोपॉज के कई कारण होते हैं. जैसे डायबिटीज और ब्लड प्रेशर से ग्रसित पुरुषों में यह स्थिति आम है.
मोटापा के शिकार पुरुषों में मेनोपॉज की परेशानी होनी आम बात है. वहीं कुछ दवाओं को लेने के कारण भी पुरुषों को टेस्टोस्टेरोन हार्मोंस की कमी होने लगती है.
वैसे तो मेल मेनोपॉज का इलाज करने की आवश्यकता नहीं होती है. अगर ये बेहद कम उम्र में हो तो इलाज कराया जा सकता है.
कम उम्र में ही पुरुषों में यह समस्या हो, तो उन्हें टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी दी जा सकती है.