तुमने मेरी कभी कद्र नहीं की लेकिन जिसने की वो अब मालामाल है. इसके पहले आपको लगेकि हम कोई फिल्म का डायलॉग मार रहे तो ऐसा बिल्कुल नहीं है. हम तो आपके घर में पड़ेकबाड़ के मन की बात बता रहे. वही कोने में पड़ा कबाड़ जैसे अखबार या स्टोर रूम में पड़ेजूते या फिर बोतलें (वही जिनका नाम नहीं बताना है), किसी को करोड़पति बना रहे हैं.कहां, अरे अड्डा तो पुराना है 'शार्क टैंक इंडिया सीजन 2' (Shark Tank India Season2). हुआ क्या, वो भी बता देते हैं.