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स्मार्टफोन ऐप्स क्यों करते है अनुमान से ज़्यादा स्टोरेज की खपत?

ऐप असली साइज से कहीं ज्यादा स्टोरेज पर कब्जा करते हैं.

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ऐप्स की असली साइज और फोन पर उनकी स्टोरेज में बहुत अंतर है. (Image:me.me)
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सूर्यकांत मिश्रा
7 जनवरी 2022 (Updated: 7 जनवरी 2022, 11:38 AM IST)
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स्मार्टफोन हैं तो ऐप्स हैं. ऐप्स हैं तो उनकी साइज हैं. साइज है तो मेमोरी है और मेमोरी है तो फोन की स्टोरेज भी है. हमारी ये तुकबंदी यदि आपको बॉलीवुड की किसी फिल्म की या किसी प्रोडक्ट की याद दिला रही हो तो माफ़ कीजिएगा. हमारा इरादा किसी फिल्म की याद दिलाने का नहीं है. हम तो आपके फोन की स्टोरेज पर कब्जा जमाए ऐप्स (Apps) की बात करने वाले हैं जो ऊपर से तो दिखते हैं 100 MB के, लेकिन असल में आपके फोन की 500 MB या कई बार 1GB स्टोरेज भी खा जाते हैं.
कैसे ऐप आपके फोन की स्टोरेज हड़प लेते हैं और कैसे इससे बचा जा सकता है? हमारी कोशिश इन्हीं सवाल का जवाब ढूंढने की है. बात सभी प्लेटफ़ॉर्म की हो रही है, फिर चाहे एंड्रॉयड हो या iOS. दोनों प्लेटफ़ॉर्म पर ऐसा होता है और एंड्रॉयड के मुकाबले आईफोन वालों को इससे निपटने में दिक्कत भी ज्यादा होती है.
चलिए एक उदाहरण से समझते हैं. एक ऐप है मशहूर हिन्दी वेबसाइट का जिसका ऐप स्टोर पर साइज है 23.7 MB. डाउनलोड किया तो भी फोन पर उतनी ही स्टोरेज खपत हुई. अब इस ऐप पर हम सिर्फ खबरें पढ़ते हैं. मतलब कोई आर्टिकल सेव नहीं करते. इमेज और वीडियो भी सेव नहीं किया, लेकिन कुछ समय तक यूज करने के बाद ऐप का साइज 153MB हो गया है. इसमें 23.2 MB तो ऐप का साइज है और 130 MB है डॉक्यूमेंट्स और डेटा. आप भी सोच में पड़ गए होंगे कि यह अपनी असली साइज से तकरीबन 5 गुना कैसे हो गया. ये सिर्फ एक ऐप की नहीं बल्कि कई और ऐप की कहानी है जिनमें गूगल बाबा भी शामिल हैं.
दो अलग अलग ऐप्स उदाहरण के लिए
दो अलग अलग ऐप्स उदाहरण के लिए
ऐप की साइज बढ़ने से क्या होगा? किसी भी चीज की अधिकता से जो होता है वो ही होगा. ऐप क्रैश होने लगता है. ढंग से काम नहीं करता. हो सकता है कि आपके फोन में ऐसा नहीं होता हो. क्योंकि आपके फोन की रैम और स्टोरेज बहुत ज्यादा हो. शायद शुरुआत में ऐसा न हो, लेकिन आगे जाकर होगा जरूर. ऐसा क्यों होता है? दरअसल जब हम किसी ऐप को यूज करते हैं तो वो जंक फाइल्स और कुकीज को स्टोर करता रहता है. कुकीज मतलब बहुत छोटी छोटी टेक्स्ट फ़ाइल. ऐसी ही जंक फ़ाइल और कुकीज जमा होकर फोन की स्टोरेज खपत कर देते हैं. आप क्या कर सकते हैं? एंड्रॉयड में एक उपाय है. आप उस ऐप को मेमोरी कार्ड पर शिफ्ट कर सकते हैं. इसमें एक दिक्कत हो गई है, क्योंकि आजकल कई फोन में मेमोरी कार्ड की जगह होती ही नहीं है. साथ में माइक्रोएसडी कार्ड को उतना भरोसेमंद भी नहीं माना जाता. इस समस्या से निजात पाने का उपाय आपके फोन में ही है. सबसे पहले जांचिए कि कौन सा ऐप ज्यादा स्टोरेज खा रहा है. यदि ऐप ढंग से काम नहीं कर रहा तो ये भी एक पहचान है. वैसे जांच एंड्रॉयड सेटिंग्स में भी हो सकती है.
1. सबसे पहले अपने फोन की सेटिंग्स में जाइए और स्टोरेज सेलेक्ट कीजिए. 2. किस ऐप ने कितनी स्टोरेज खपत की है. इसकी जानकारी मिल जाएगी. 3. “Free up space” बटन पर क्लिक कीजिए. 4. आप गूगल फाइल्स ऐप में "क्लीन" पर पहुंच जाएंगे. 5. आप यहां से जंक फ़ाइल, डिलीट किए स्क्रीन शॉट्स, और भी बहुत कुछ आराम से हटा सकते हैं. स्टोरेज सेक्शन में और भी तरीके हैं ऐप को क्लीन रखने के 1. संबंधित ऐप पर जाइए. यहां आपको ऐप की साइज, स्टोरेज खपत और cache ने कितना स्टोरेज लिया है. इस बारे में पता चल जाएगा. 2. यहीं पर आपको "क्लियर स्टोरेज" या "क्लियर cache" का ऑप्शन मिलता है. 3. आप "क्लियर cache" पर क्लिक करके स्टोरेज बचा सकते हैं.
क्लियर Cache
क्लियर Cache

वैसे फोन पर स्टोरेज बचाने का एक तरीका ये भी है कि आप इंस्टाल ऐप्स को समय-समय पर देखते रहें कि वो यूज में है या नहीं. 1. प्ले स्टोर ऐप पर जाइए. 2. यहां दायें कोने पर पर्सनल पर क्लिक कीजिए जिसमें "मैनेज ऐप्स और डिवाइस" का ऑप्शन मिलेगा. 3. मैनेज पर क्लिक कीजिए जिससे आपको ऐप्स को छांटने का ऑप्शन मिल जाएगा.
"Least Used " या सबसे कम पर क्लिक करते ही जो ऐप यूज नहीं हो रहे हैं या बहुत कम यूज हो रहे हैं, वो सामने आ जाएंगे. आगे आपकी मर्जी रखिए या डिलीट कीजिए .
प्ले स्टोर
प्ले स्टोर
अब iPhone वालों की बात आईफोन में "क्लियर cache" जैसा तो कुछ नहीं है, लेकिन आप सेटिंग्स में जाकर जनरल में हर ऐप्स की स्टोरेज देख सकते हैं. ऐप का साइज कितना है और डॉक्यूमेंट्स व डेटा ने कितनी स्टोरेज खपत की है, वो आसानी से नजर आ जाता है. आप उस ऐप को ऑफलोड कर सकते हैं या डिलीट करके फिर से इंस्टॉल. ऑफलोड करने पर स्टोरेज खाली हो जाएगी, लेकिन डॉक्यूमेंट्स और डेटा बचे रहेंगे. आप जब भी ऐप इंस्टॉल करेंगे तो आपको सब कुछ वापस मिल जाएगा. जाहिर है डिलीट करने पर सब कुछ डिलीट हो जाएगा और पूरी प्रोसेस फिर से स्टार्ट होगी.
ऑफलोड
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