लोगों ने विज्ञापन में चोरी करके इस तरह की ब्लू फिल्म बना दी
एक आदमी ने AI टेक्नॉलजी का विज्ञापन डाला था. लोगों ने घटियापन की हद पार कर दी.

लाल साड़ी में एक महिला चांद पर खड़ी है, उसका चेहरा कुछ साफ नहीं है. अर्धनग्न शरीर देखकर ऐसा लगता है, जैसे एक पोस्टर हो. आमतौर पर एक युवा के कमरे में आप ऐसी किसी तस्वीर की कल्पना कर सकते हैं. सब कुछ बहुत नॉर्मल है, जब तक आप उसके धड़ तक नहीं पहुंच जाते. मतलब आलिंगन करने के लिए. इतना करते ही पोस्टर में से एक साथ तीन हाथ उसके कंधों से बाहर निकलते हैं.
आपको लग रहा होगा हम हॉलीवुड की किसी डरावनी फिल्म का कोई सीन बता रहे. ये किसी भूतिया फिल्म का सीन नहीं बल्कि तेजी से लोकप्रिय हो रहा AI (Artificial Intelligence) पॉर्न है. क्या है इंसानी सेक्शुअल प्लेजर का नया तरीका और आखिर ये तीसरे हाथ का क्या चक्कर है?
अब ये तो किसी से छुपा नहीं कि मार्केटिंग कैंपेनिंग के लिए तरह-तरह के तरीके अपनाए जाते हैं. इसमें सबसे लेटेस्ट है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से टेक्स्ट को इमेज में बदलना. ब्रांड की कान्सेप्ट इमेज से लेकर कंट्रोवर्सियल रबर के पुतले तक. Stable Diffusion इसमें एक बड़ा नाम है. अब जैसा कि होता आया है. कुछ यूजर्स ने इसका गंदा मतलब निकाला और सॉफ्ट पॉर्न के लिए इसका इस्तेमाल करने लगे.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से उठेंगे सवालकहने को तो ये पॉर्न है लेकिन पॉर्न उतना ही अस्थिर और अपूर्ण है जितना आप उम्मीद भी नहीं करेंगे. मतलब पोस्टर में एक औरत का होना समझ आता है, लेकिन तीसरा हाथ सेक्स के उस तरीके की तरफ इशारा करता है जिसको थ्रीसम कहते हैं. तीसरा हाथ अलग किस्म के उन्माद की तरफ भी इशारा करता है. मतलब इन्टरकोर्स के दौरान किसी तीसरे की कल्पना करना. हालांकि, अभी ये सबकुछ अपने प्रारम्भिक दौर में है लेकिन जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस उन्नत होगा वैसे उसकी नैतिकता पर सवाल उठने लगेंगे. सेक्स वर्कर्स की जिंदगी पर भी संकट के बादल घिरने लगेंगे.
नया इसलिए क्योंकि ये सब शुरू हुए अभी एक महीना ही हुआ है. इमेज-जनरेटिंग सिस्टम का उपयोग करके बनाई गई पॉर्नोग्राफ़ी इस महीने की शुरुआत में Reddit के माध्यम से पहली बार सामने आई. Stable Diffusion के एक सदस्य ने आधिकारिक रिलीज से पहले उसको Reddit पर डाल दिया. ओपन सोर्स होने की वजह से खुराफाती दिमाग खूब चले और निकल आई दुनिया की पहली AI पावर्ड वेबसाइट.
Porn Pen नाम की ये वेबसाइट यूजर्स को अपने मन मुताबिक पूर्णतः नग्न मॉडल का आभास कराती है. अब इसमें कोई हैरानी नहीं की सारी मॉडल महिलाएं हैं. अपने मन मुताबिक इनका नाम भी रखा जा सकता है. बैक ग्राउंड बदलने से लेकर कमरे का नाम बेडरूम रखने का ऑप्शन भी है. लोगों ने गंदगी की हद पार कर दी. और ये मॉडल बनाने के लिए बस टेक्स्ट लिखना होगा.
कमाल बात ये है कि इसको बनाने वाले इस पर अपनी सफाई भी खूब दे रहे. हेकर्स फोरम पर जब किसी ने इसकी नैतिकता पर सवाल उठाया, तो बड़ी मासूमियत के साथ जवाब दिया. हमने कई सारे ऐसे टेक्स्ट हटा दिए हैं, जो बेहद गंदे थे.
सवाल बहुत उठ रहे हैं, लेकिन टेक एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ओपन सोर्स होगा, तो इससे बुरा भी सामने आ सकता है. कल को किसी असली महिला का फोटो लगाने का ऑप्शन दे दिया तो क्या होगा? फेक पॉर्न का कारोबार पहले से ही बहुत बड़ा है. हाल ही में डीप फेक पॉर्न का एक मामला सामने आया था, जब एक टेलीग्राम चैनल पर 1 लाख से ज्यादा महिलाओं की नग्न तस्वीरें मिली थीं. इसमें छोटी -छोटी बच्चियों की इमेज भी शामिल थीं. टेक्स्ट से पॉर्न जनरेट करने का ये नया तरीका और भी वीभत्स हो सकता है.
वीडियो: सरकार का वेब पोर्टल, चोरी हुआ मोबाइल खोजने में मदद करेगा