TrueCaller की छुट्टी हो जाएगी, स्क्रीन पर अपने आप आ जाएगा कॉलर का नंबर
TRAI ने Spam Calls पर लगाम लगाने के लिए कॉलिंग नेम प्रजेंटेशन (CNAP) को लागू करने की सिफारिश की है. अगर ये सिफारिश मान ली गई तो यूजर्स की बल्ले-बल्ले होने वाली है. नंबर आपके फोनबुक में सेव नहीं है फिर भी स्क्रीन पर कॉलर का नाम नजर आएगा.

मोबाइल पर आने वाले स्पैम कॉल्स के लिए आप कोई भी उपमा दे सकते हैं. जोंक का लीजिए या फिर ममी फिलम वाले स्कॉर्पियन. कहने का मतलब पीछा ही नहीं छोड़ते. कितने उपाय कर लो मसलन ब्लॉक कर दो या फिर DND लगा लो या फिर कोई ऐप डाउनलोड कर लो. बिलबिलाते हुए फोन में दिख ही जाते हैं. मगर लगता है कि जैसे अब सरकार ने इनसे निपटने की तैयारी कर ली है. सब ठीक रहा तो शायद जल्द ही फोन स्क्रीन पर हर कॉलर का नाम फड़फड़ाता नजर आएगा. नाम भी असली वाला. क्योंकि,
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने Spam Calls पर लगाम लगाने के लिए कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) को लागू करने की सिफारिश की है. अगर ये सिफारिश मान ली गई तो यूजर्स की बल्ले-बल्ले होने वाली है. नंबर आपके फोनबुक में सेव नहीं है फिर भी स्क्रीन पर कॉलर का नाम नजर आएगा. वजह बनेगी (TRAI) की कॉलर आईडी डिस्प्ले सर्विस.
CAF रखेगा सेफTRAI ने बीते शुक्रवार यानी 23 फरवरी को कॉलिंग नेम प्रजेंटेशन (CNAP) सप्लीमेंट्री सर्विस को टेलीकॉम नेटवर्क को पेश करने की सिफारिश की. इधर इसको इसको ओके मिला नहीं उधर यूजर्स के फोन पर कॉलर की कुंडली बांचने का इंतजाम हुआ समझिए. हालांकि यह फीचर कैसे काम करेगा, उसके बारे में और डिटेल्स सामने आना अभी बाकी है. Trai ने अपनी सिफारिश में कहा,
आइडेंटी इंफोर्मेशन टेलीकॉम सब्सक्राइबर प्रोवाइड कराएगा. यह वो नाम होना चाहिए, जो कस्टमर एप्लीकेशन फॉर्म (CAF) में दिया दिया जाता है.
आपके मन में सवाल होगा कि ऐसा कोई फॉर्म तो आजकल भरवाया नहीं जाता. नहीं जनाब चूंकि नया नंबर लेते समय आप आमतौर पर आधार कार्ड देते हैं इसलिए आपको ऐसा लगता है. मगर आधार वाले सारे डिटेल्स डिजिटली एक फॉर्म में भरे जाते हैं. इसी को CAF कहते हैं. मतलब असली वाला नाम. अब नंबर किसी सिंगल यूजर के नाम से हो या कंपनी के नाम से. CAF भरा ही जाएगा.
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इसके बाद अगर कॉलर की इनफॉर्मेशन स्क्रीन पर. आपने फोन उठाना या नहीं वो आपकी मर्जी. जो आप उठा लिए और सामने से कहा गया कि हम फलाने तो आप कह सकते हैं. नहीं... हम जानता हूँ कि तुस्सी कौन बोल रहे.
अगर सरकार ने TRAI कि कही मान ली तो बस छह महीने और सर्विस चालू.
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