Instagram पर दिखने वाले शॉपिंग ऑप्शन पर क्लिक करने से पहले ये जरूर पढ़ लें
Instagram आजकल शॉपिंग का नया अड्डा बनकर सामने आया है. लेकिन कहते हैं ना कि 'घर बसा नहीं और लुटेरे पहले आ गए'. ऐसा ही यहां भी हो रहा. शॉपिंग के नाम पर कई फर्जीवाड़े हो रहे. ऐसे में कुछ सावधानियां रखना बहुत जरूरी है. आपकी सुविधा के लिए हमने इनकी लिस्ट बनाई है.
आजकल आप शॉपिंग कहां से करते हैं? इस सवाल के जवाब में मुमकिन है Instagram का भी नाम आ सकता है. मतलब मोहल्ले की दुकान से लेकर मॉल तक से आप खरीदारी करते हैं. ई-कॉमर्स पोर्टल पर भी हाथ फरारे करते हैं. मगर आजकल शॉपिंग का नया 'ग्राम' है इंस्टाग्राम. अंगूठे से रील सर्र-सर्र करते अचानक से कोई प्रोडक्ट नजर आता है. इसके बाद उंगलियां थमती हैं और फिर निचले हिस्से में कोने की तरफ नजर आता है Buy Now का बटन. इसके साथ कॉमेंट बॉक्स में लिंक और बायो में लिंक भी इंस्टा शॉपिंग का एक तरीका है.
माने कि इंस्टाग्राम हुआ शॉपिंग का नया अड्डा. लेकिन कहते हैं ना कि ‘घर बसा नहीं और लुटेरे पहले आ गए’. ऐसा ही यहां भी हो रहा. शॉपिंग के नाम पर कई फर्जीवाड़े हो रहे. ऐसे में कुछ सावधानियां रखना बहुत जरूरी है. आपकी सुविधा के लिए हमने इनकी लिस्ट बनाई है.
COD नहीं तो कोई बात ही नहींआप Buy Now लिंक पर क्लिक करके संबंधित कंपनी के पोर्टल या ऐप पर पहुंच गए. प्रोडक्ट बाद में देखना, पहले देखो कि COD मतलब कैश ऑन डिलेवरी का ऑप्शन है या नहीं. अगर नहीं तो फिर वापस आ जाइए और लगे हाथ ऐसे पोर्टल को ब्लॉक कर दीजिए. अगर पोर्टल COD सर्विस मुहैया नहीं करवाता तो झोल है. वैसे कई ई-कॉमर्स पोर्टल भी ऐसा करते हैं, मगर सिर्फ कुछ प्रोडक्ट में और चुनिंदा पिन कोड पर. हालांकि COD दिखना सब सही होने का मानक नहीं, मगर ये काम का जरूर है.
अब जो ये ऑप्शन दिख गया तो आपने इसी को चुनना है. पहला ऑर्डर COD ही लेना. जब ऑर्डर घर पर आएगा तब पेमेंट होगा. चिंता की कोई बात नहीं, क्योंकि आजकल हर पोर्टल पेमेंट के लिए QR कोड से लेकर कार्ड मशीन देता ही है. पहला ऑर्डर COD मंगा लो और तसल्ली कर लो.
भयंकर सस्ता तो खतराहर प्रोडक्ट की एक कीमत है जो प्रोडक्ट देखते ही समझ भी आ जाती है. ऐसे में अगर कोई प्रोडक्ट अपनी कीमत से बहुत कम दाम पर मिल रहा है तो ये रेड फ्लैग है. हां जी, वही Gen Z वाला रेड फ्लैग. पिछले दिनों हमें एक स्मार्टफोन अपनी कीमत से 8 हजार रुपये कम का दिखा. पड़ताल करने पर पता चला कि इंडिया के बाहर का फोन है. संबंधित कंपनी इंटरनेशनल वारंटी भी ऑफर नहीं करती. मतलब जो खरीद लेते तो चूना लगना तय था.
कॉमेंट ऑफ मतलब पोर्टल ऑफइंस्टा अकाउंट के कॉमेंट ऑफ हैं तो मतलब झोल प्रो मैक्स है. कॉमेंट एक ऐसा फीचर है जो हर पोस्ट की पोल-पट्टी खोल देता है. प्रोडक्ट अच्छा है या बुरा है. इधर सब पता चलेगा. इसलिए अगर अकाउंट ने इस फीचर को ऑफ कर रखा है तो जाहिर है ब्रांड अपने बारे में सच्चाई नहीं बताना चाहता. ऐसे पोर्टल से दूरी भली.
पर्सनल डिटेल नहींप्रोडक्ट मंगाना है तो सिर्फ पता और मोबाइल नंबर ही काफी है. अगर कोई पोर्टल इसके अलावा कुछ भी मांगता है, मसलन आधार कार्ड या फिर पैन कार्ड तो बस अपने से यू टर्न लेना है. फर्जी है रे बाबा.
गूगल बाबा जिंदाबादपोर्टल या वेबसाइट के बारे में जानने के लिए गूगल बाबा की मदद ले सकते हैं. वेबसाइट का यूआरएल गूगल पर पेस्ट कीजिए. अगर कुछ झोल हुआ तो गूगल अलर्ट करेगा. हालांकि कई वेबसाइट यहां भी साफ बचकर निकल जाती हैं, मगर ये एक तरीका तो है. अपनाकर देखने में कोई हर्ज नहीं है.
सारी बातों के 'नीचे' एक बात और बात. वैसे तो 'ऊपर' लिखते है, मगर हम आखिर में बता रहे इसलिए 'नीचे' लिखा. अच्छा झन्नाटेदार विज्ञापन देखकर प्रोडक्ट मत खरीदें. बोले तो Impulsive Buying नक्को.
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