लोन पर फोन खरीदा है, ईएमआई वाले वॉलपेपर के लिए तैयार रहिए
अगर आपने भी लोन पर मोबाइल खरीदा (smartphone on EMI) है तो आपको ईएमआई भरने का रिमाइन्डर SMS या Email पर नहीं, बल्कि मोबाइल के Wallpaper पर मिल सकता है. ईएमआई रिमाइन्डर वाला वॉलपेपर जो हटाने से भी नहीं हटेगा.

अगर आप भी लोन पर मोबाइल खरीदते हैं तो यह खबर आपके लिए ही है. याद कीजिए कि आपको ईएमआई भरने का रिमाइन्डर कैसे-कैसे आता है. एसएमएस से, ईमेल से, ऑटोमेटिक कॉल से या फिर WhatsApp से. लेकिन एक मिनट के लिए सोचकर देखिए कि ईएमआई भरने का मैसेज आपको मोबाइल की स्क्रीन पर दिखने लगे तो. मैसेज की जगह पूरा वॉलपेपर ईएमआई का नजर आने लगे तो. आप कितने भी जतन कर लो, ये वाला वॉलपेपर नहीं हटे तो.
जाहिर सी बात है आपको कोफ्त होगी. चिढ़ मचेगी. मगर यकीन जानिए ऐसा हो सकता है. लोन देने वाली कंपनी आपके स्मार्टफोन पर कब्जा जमाकर आपको ईएमआई भरने का दरेरा दे सकती है. यूजर की आपबीती जान लीजिए.
ईएमआई वाला वॉलपेपरईएमआई या इंस्टालमेंट भरने वाले वॉलपेपर का वाक्या शेयर किया है Priyesh Sharma नाम के एक्स यूजर ने. प्रियेश अस्पताल में चेकअप के लिए गए थे जहां एक नर्स ने उनसे अपनी दिक्कत बताई. नर्स का एक मोबाइल लोन चल रहा है जिसकी ईएमआई महीने की 4 तारीख को कटती है. ईएमआई तो अकाउंट से कट चुकी थी मगर अचानक से उनके मोबाइल का वॉलपेपर बदल जाता है और ईएमआई का मैसेज नमूदार होता है.
वॉलपेपर पर लिखा होता है, अभी तक आपने इंस्टालमेंट का भुगतान नहीं किया है इसलिए शर्तों के मुताबिक आपका वॉलपेपर बदला जाता है. वॉलपेपर देखकर नर्स डर गईं और उन्होंने प्रियेश से मदद मांगी. प्रियेश के मुताबिक कस्टमर केयर से तो कोई जवाब मिला नहीं इसलिए उन्होंने सोशल मीडिया से हेल्प मांगी. सोशल मीडिया के कमेंट्स पढ़कर पता चला कि ऐसा कई और यूजर्स के साथ हुआ है.
ईएमआई पर मोबाइल देने वाली एजेंसी या बैंक फोन में पहले से एक ऐप इंस्टाल करके देती हैं जिसके पास मोबाइल का हर एक्सेस होता है. यह ऐप ईएमआई नहीं भरने पर फोन लॉक कर सकता है. फोन कि स्क्रीन पर कंट्रोल कर सकता है तो IMEI भी ब्लैकलिस्ट कर सकता है. कई यूजर्स ने बताया कि सैमसंग भी अपनी तरफ से फाइनेंस किए हुए मोबाइल में ऐसा ऐप इंस्टाल करके देता है. इसके बाद अगर ग्राहक ने ईएमआई नहीं भरी तो मोबाइल लॉक हो जाता है.

ठीक बात है. ईएमआई नहीं भरी तो कंपनी आपका मोबाइल लॉक कर सकती है. आपने मोबाइल लेते समय इसके लिए हामी भी भरी है. मगर इस तरह से वालेपपर बदलना तो यूजर की प्राइवेसी में घुसना हुआ. कंपनी यूजर के कॉन्टेक्ट लिस्ट और गैलरी में झांक रही है. उसका मोबाइल कंट्रोल कर रही है. ये कुछ समझ नहीं आया.
कुछ समय पहले खबर आई थी कि आरबीआई, लोन देने वाली एजेंसियों और बैंक को ऐसा ऐप डाउनलोड करने की परमिशन देने वाली है मगर अभी तक उसने हां नहीं कहा है. लेकिन लोन देने वाले तो ऐप इंस्टाल भी कर रहे और फोन में घुस भी रहे. इस वाले केस में अपडेट यह है कि फिलहाल के लिए तो वॉलपेपर हटा दिया गया है मगर आगे का क्या?
अगर आप भी ईएमआई पर फोन खरीदते हैं तो जरा देखभाल कर. पता नहीं कब वॉलपेपर बदल जाए.
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