iPhone के सबसे बड़े फीचर में झोल? इसकी खबर शायद Apple को भी है, पर आपको?
हम बात कर रहे हैं iPhone के 'Battery Health & Charging' फीचर की. जितनी ज्यादा कपैसिटी उतना बढ़िया कार्यक्रम. लेकिन ऐसा लगता है कि इस फीचर के साथ छेड़छाड़ संभव है. इसकी कपैसिटी को बढ़ाकर दिखाया जा सकता है. दुख सिर्फ इतना नहीं क्योंकि ऐसा लगता है कि इस झोल के बारे में Apple को भी मालूमात है.
iPhone में एक फीचर है. बैटरी से जुड़े इस फीचर पर Apple को खूब घमंड है. फीचर का रौला ऐसा की एंड्रॉयड के टॉप प्लेयर जैसे सैमसंग और गूगल भी इसे अपने स्मार्टफोन में जल्द ही देने वाले हैं. फीचर की एक और अनोखी बात. ये जितना नया आईफोन लेते समय काम नहीं आता उससे ज्यादा पुराना आईफोन लेते समय देखा जाता है. ऐसा माना जाता है कि अगर इसके नंबर अच्छे तो पुराना आईफोन भी अच्छा. लेकिन जरा सोचिए कि इतनी तारीफ के बीच अगर पता चले कि ये फीचर एक फुस्स पटाखा है तो.
यहां हम बात कर रहे हैं आईफोन के Battery Health & Charging फीचर की. जितनी ज्यादा कपैसिटी उतना बढ़िया कार्यक्रम. लेकिन ऐसा लगता है कि इस फीचर के साथ छेड़छाड़ संभव है. इसकी कपैसिटी को बढ़ाकर दिखाया जा सकता है. दुख सिर्फ इतना नहीं है, क्योंकि ऐसा लगता है कि इस झोल के बारे में एप्पल को भी मालूमात है. चलिए चार्ज होते हैं मतलब मामला समझते हैं.
बैटरी हेल्थ एण्ड चार्जिंग क्या है?आईफोन का वो फीचर जो बैटरी की सर्दी खांसी और बुखार का पता बताता है. बैटरी के अंदर ये दिखाई देता है. अगर जो ये 100 फीसदी है तो मतलब बैटरी अपनी पूरी कपैसिटी पर काम कर रही है. जब भी आप नया आईफोन लेते हैं तो ये 100 फीसदी ही होती है. लेकिन वक्त के साथ इसकी कपैसिटी कम होती है. मतलब 98-95 या 90 फीसदी. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ये एक Lithium Ion बैटरी है जिसमें केमिकल रिएक्शन की वजह से समय के साथ कमी आती है. हालांकि ऐसा कोई एक दिन या एक महीने में नहीं होता है. ये निर्भर करता है बैटरी चार्जिंग साइकिल पर. पहले इस साइकिल को समझ लेते हैं.
एप्पल के मुताबिक चार्जिंग साइकिल से मतलब बैटरी का 0 से 100 फीसदी चार्ज होना है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि जितनी बार आपने चार्जिंग के लिए वायर खोंसा उतनी बार एक साइकिल हो गई. जैसे मान लेते हैं कि आईफोन 0 फीसदी चार्ज था और आपने 100 फीसदी चार्ज किया तो 1 साइकिल हुई. लेकिन फिर फोन 50 फीसदी डिस्चार्ज हुआ और आपने 100 फीसदी चार्ज कर लिया तो साइकिल नहीं काउंट होगी. क्योंकि अभी तो खेल 50 फीसदी से स्टार्ट हुआ. जो फिर आपने तीसरी बार 50 से 100 फीसदी चार्ज किया तो एक साइकिल काउंट होगी. माने हो सकता है कि 3 बार या 4 बार फोन चार्ज करने पर एक साइकिल काउंट हो. एक शब्द में कहें तो आपकी चार्जिंग की आदतों पर साइकिल चलती है. एप्पल के मुताबिक 500 साइकिल के बाद आईफोन की बैटरी हेल्थ 80 फीसदी के आसपास है तो टेंशन नहीं लेने का.
500 साइकिल मतलब मोटा-माटी 3 साल. वैसे ये कम ज्यादा भी हो सकता है. कहने का मतलब अगर हम कोई पुराना आईफोन ले रहे हैं और बैटरी हेल्थ 90 फीसदी दिखा रहा तो हम ये मानकर चलते हैं कि फोन की ओवर ऑल हेल्थ भी ट्रेक पर है. ये तो हुआ फीचर का तियां-पांचा.
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सोशल मीडिया पर क्या चल रहा?साइकिल की चेन उतरी है फिर भी चल रही. जी बिल्कुल ऐसा ही. सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हैं जिसमें लोग दावा करते हैं कि वो बैटरी हेल्थ के 'परसेंटेज' को बढ़ाकर दिखा सकते हैं. माने बैटरी हेल्थ असल में 80 फीसदी हो, लेकिन वो उसको 90-95 या कुछ भी दिखा सकते हैं. ऐसे वीडियो इंडिया के और विदेश के कई अकाउंट से पोस्ट हो रहे हैं. महज कुछ पैसे लेकर ऐसा फर्जीवाड़ा किया जा सकता है. हालांकि हम इसकी पुष्टि नहीं करते. लेकिन जाने क्यों ऐसा लगता है कि इस झोल का थोड़ा-बहुत पता शायद एप्पल को भी है. इसकी वजह है एक नया फीचर.
आईफोन 15 सीरीज में अलग से साइकिल काउंट फीचरहमारे अंदाजे का कारण आईफोन 15 सीरीज में नजर आ रहा एक फीचर है. सिर्फ आईफोन 15 सीरीज में. 14-13-12 में ये फीचर नहीं दिखता है. हां आईफोन 15 सीरीज में जब आप सेटिंग्स में About सेक्शन में टैप करेंगे और अपनी उंगलियां फिराकर एकदम नीचे आएंगे तो ‘Battery’ लिखा दिखेगा. यहां मिलेगा
Manufacture Date: November 2023
First Use: January 2024
Cycle Count: 5
मतलब फोन कब बना, कब से इस्तेमाल में आया और अब तक कितनी चार्जिंग साइकिल पूरी हो गई. इसका डिटेल यहां दिखता है.
हमने एकदम नए iPhone 15 प्रो मैक्स में इसको देखा जो महज चार दिन पुराना है, उसमें साइकिल काउंट 5 है. एक दूसरे प्रो मॉडल में काउंट 100 के ऊपर से जो कुछ महीने पुराना है. कहने का मतलब अगर एप्पल के कहे मुताबिक साइकिल काउंट 500 हो गया तो बैटरी 80 फीसदी के आसपास होगी. हालांकि बैटरी हेल्थ वाला फीचर भी दिखता है. बोले तो एक फीचर पहले से तो दूसरे की क्या जरूरत. ऐसे में दिमाग में कीड़ा कुलबुलाना वाजिब है कि कहीं एप्पल को इस खुराफात की खबर तो नहीं है.
खैर अगर मगर की नहर में जो भी होगा वो भविष्य में बहकर बाहर आ ही जाएगा. लेकिन तब तक अगर आप पुराना आईफोन खरीदें तो किसी भरोसे के सोर्स से.
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