iPhone हो या एंड्रॉयड, गुम या चोरी के बाद स्विच ऑफ हो जाए तो इस फीचर से ट्रैक हो जाएगा
iPhone और कुछ लेटेस्ट Android स्मार्टफोन को स्विच ऑफ होने के बाद भी Find My iPhone या Google Find My Device की मदद से ट्रैक किया जा सकता है. लोकेशन पता की जा सकती है. लेकिन फोन की सिम तो फेंक दी गई है, वाईफाई भी नहीं है तो फिर ऐसा होता कैसे है.

iPhone में एक बहुत तगड़ा फीचर है. इसकी मदद से स्विच ऑफ हुए फोन को भी ट्रैक किया जा सकता है. Apple ने iOS 15 के साथ इस फीचर (Find My iPhone) को इनेबल किया था. अरे-अरे एंड्रॉयड वाले दोस्तो, आप नाराज मत हो. हमें पता है कि ये वाला फीचर देर से ही सही आपके फोन में (Google Find My Device) आ गया है. एंड्रॉयड 15 के साथ गूगल के पिक्सल फोन इस फीचर को सपोर्ट करते हैं. जल्द ही बाकी फोन में भी व्यवस्था हो ही जाएगी. इसलिए मामला बरोबर का हो गया.
ये तो स्टोरी का मीटर था जो हमने सेट कर लिया. लेकिन कभी आपने सोचा कि ऐसा होता कैसे है. फोन स्विच ऑफ है, सिम भी निकाल कर फेंक दी गई है. वाईफाई से कनेक्ट होने का तो सवाल ही नहीं उठता. तो फिर फोन ट्रैक कैसे होता है? यही बताने वाले हैं.
हाथी के खाने वाले दांत का कमालहाथी के दांत दिखाने के और, खाने के और जैसा मामला है. फोन स्विच ऑफ हो गया या कर दिया गया. मतलब चोरी होने या खो जाने पर ऐसा ही होगा. सिम भी निकाल कर फेंक दी. ऐसा ही होगा जो आपके पास अमेरिका वाला आईफोन नहीं है तो. वहां के मॉडल में सिम खोंसने का काम बंद कर दिया गया है. वाईफाई भी नहीं तो बचा क्या?
बचा ब्लूटूथ, क्योंकि उसका नेटवर्क से कोई सीधा लेना-देना नहीं है. स्विच ऑफ हुआ फोन बहुत कम फ्रीक्वेंसी वाली ब्लूटूथ कनेक्टिविटी को जारी रखता है. ये फ्रीक्वेंसी फोन की नॉर्मल फ्रीक्वेंसी से बहुत कम ताकतवर होती है. इसलिए बैटरी पर इसका असर बहुत कम होता है. इसका काम सिर्फ अपने आस-पास के दूसरे आईफोन या इस फीचर को सपोर्ट करने वाले एंड्रॉयड फोन से जुड़ना होता है.

सिग्नल हवा में तैरते हैं और अपने पास के फोन से जुड़ते हैं. इसके बाद जब आप Find My iPhone या Google Find My Device के जरिये अपने फोन की लोकेशन पता करते हैं तो यही कनेक्टिविटी आपके काम आती है. यहां से आप फोन की घंटी बजा सकते हैं. डेटा उड़ा सकते हैं और iCloud से भी हटा सकते हैं.
यहां दो छोटे काम और होते हैं जिनमें से एक शायद आपका सवाल भी हो सकता है. जो चोर ने ब्लूटूथ बंद कर दिया तो? जनाब यहीं तो फोन बनाने वालों की मास्टरी है. अगर आप आईफोन पर ब्लूटूथ बंद करेंगे तो वहां लिखा आता है अगले 24 घंटे के लिए. मतलब ब्लूटूथ सौ फीसदी कभी बंद नहीं होता. आसान भाषा में कहें तो आंखे खोलकर सोता है. पहला काम ये हुआ.
दूसरी मास्टरी बैटरी में होती है. जब आपको लगता है कि फोन की बैटरी 2 या 1 फीसदी बची है और वो खुद ही बंद हो जाता है, तो असल में ऐसा नहीं होता. कंपनियों को पता है कि हम नहीं सुधरेंगे तो शायद 3 या 4 फीसदी पर ही फोन स्विच ऑफ हो जाता है. बची 2 फीसदी एक स्विच ऑफ फोन के कम फ्रीक्वेंसी वाले ब्लूटूथ को बहुत देर तक ताकत देने के लिए काफी होती है.
ऐसे होती है स्विच ऑफ फोन की ट्रैकिंग.
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