बिल गेट्स सस्ती घड़ी पहनते हैं, वॉरेन बफे पुराने घर में रहते हैं, असलियत हमसे जान लीजिए
दुनिया के सबसे बड़े रईसों में शुमार बिल गेट्स हमेशा एक सस्ती सी घड़ी कलाई पर बांधे नजर आते हैं, तो वॉरेन बफे एक मामूली और पुराने घर में रहने के लिए जाने जाते हैं. सब कुछ सिंपल लिविंग और हाई थिंकिंग जैसा दिखता है. लेकिन क्या वाकई में ऐसा है?
बिल गेट्स (Bill Gates) और वॉरेन बफे (Warren Buffett). डॉट डॉट डॉट माने कि नाम के आगे फुल स्टॉप लगा देंगे तो भी चलेगा क्योंकि 'बस नाम ही काफी है' वाला मामला है. दुनिया के दो सबसे बड़े आदमी. इतना पैसा, इतना पैसा कि 1 के आगे जीरो लगा दें तो माउस की बैटरी भले खत्म हो जाए, लेकिन इनके पैसे की गिनती नहीं. इतना पैसा मगर बिल गेट्स महज कुछ हजार की घड़ी पहने नजर आते हैं, तो बफे अंकल की उनके पुराने और मामूली घर की फ़ोटो हमेशा नजर आती है. इनको इतना ‘डाउन टू अर्थ’ देखकर हमारे मुंह से वाह निकलती है.
मगर जो हम आपको बताने जा रहे उसके बाद 'वाह' नहीं बल्कि 'आह' निकलेगी. क्योंकि जैसा आपको दिखता है वैसा कछु नहीं हैं. कोई सिम्पल लिविंग हाई थिंकिंग वाला मामला नहीं. विशुद्ध... (वही जो आप समझे) या कहें मार्केटिंग है. और मार्केटिंग के इस शानदार खेल का नाम है Poverty peacocking.
तुम गरीब हो और हम गरीब दिखते हैंअब हम आगे जो बताने जा रहे हैं, उसके पहले एक निवेदन. मतलब गरीब शब्द को दिल पर नहीं लेने का. इनके आगे दुनिया की 99.99999 फीसदी आबादी गरीब ही ठहरी. अब बात करते Poverty peacocking. इसका मतलब जब कोई अमीर इंसान जानबूझकर गरीब या सिम्पल दिखने का अभिनय करे. जैसे बिल गेट्स.
बाबा बिल 7-8 हजार की घड़ी पहन रहे और बफे छोटू से घर में रह रहे. ऐसा करने से आम आदमी मतलब हम और आप उनसे कनेक्शन फ़ील करते हैं. मन में खयाल फूटते हैं, जैसे क्या शख्सियत है यार. माया मोह से दूर. इतनी इज्जत कि अलंकार कम पड़ जाएं.
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मगर मेरे दोस्त. सब धोखा है. आप और हम बेवकूफ बन रहे हैं. काहे से भले बिल बाबू मामूली सी घड़ी पहने, मगर उनके पास चार-चार खुद के हवाई जहाज हैं. दुनिया का सबसे हाइटेक घर है. अब हवाई-जहाज लेने में पैसे लगे सो ठीक मगर इससे जो प्रदूषण फैलता है उसका क्या. सिर्फ गूगल कर लीजिए. आंखें धुंधली मतलब फटी रह जाएंगी. बफे अंकल भले रहते मामूली घर में हैं, लेकिन कैलिफोर्निया में उनके पास बहुत-बड़ा, सच में बहुत बड़ा बंगला था. कीमत जानकर दुखी नहीं होते क्योंकि उन्होंने इसको बेचकर और पैसा बनाया. ये सिर्फ एक उदाहरण हैं भाई, अरबपति हैं तो ये सब होना मामूली बात है.
ये तो सिक्के का एक पहलू. अब दूसरा पहलू. इतने सिम्पल रहने का एक और फायदा. अपने कर्मचारियों पर भी खूब रौला. मगर रौला वाला रौला नहीं बल्कि सादगी वाला. खुद सोचिए अगर आपका बॉस महंगी सी गाड़ी की जगह मेट्रो में ऑफिस आएगा, तो आपको कितना अच्छा लगेगा. अपना मानुस है वाली फीलिंग आएगी. ऐसा बॉस देखकर आप एक घंटा काम करोगे और इंक्रीमेंट में भी ड्रामा नहीं करोगे.
उम्मीद है कि आपको गेम समझ आया होगा. इसलिए कभी भी किसी से जल्दी प्रभावित नहीं होना. अपना आइडियल बड़ी सावधानी से चुनना. ऐसा हमारे बॉस कहते हैं. रही बात बिल और वॉरेन की तो न हमें उनके पैसे से दिक्कत और न ही उनकी लिविंग स्टाइल से.
उनके काम की इज्जत तो है ही सही.
वीडियो: तारीख: बिल गेट्स जिसमें शामिल होते हैं, दुनिया कंट्रोल करती है ये सीक्रेट सोसायटी?