सोफी डिवाइन रिटायरमेंट पर क्यों नहीं चाहती थीं गार्ड ऑफ ऑनर, असली बात अब पता चली है
न्यूजीलैंड की कप्तान Sophie Devine ने इंग्लैंड के खिलाफ मैच के साथ वनडे क्रिकेट से विदाई ले ली. हालांकि, वो नहीं चाहती थीं कि उनके इस रिटायरमेंट मैच में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर मिले.

न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन (Sophie Devine) नहीं चाहती थीं कि उन्हें अपने अंतिम मैच में गार्ड ऑफ ऑनर मिले. इसके कारण उन्होंने अपनी टीम से मैच की शुरुआत में ऐसा करने से मना भी किया था. लेकिन, मैच के अंत में उन्हें न सिर्फ उनकी टीम ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. बल्कि इंग्लिश टीम ने भी दिग्गज को उनके अंतिम वनडे मैच के लिए सम्मानित किया. गार्ड ऑफ ऑनर के साथ-साथ इंग्लिश टीम ने सोफी को एक साइन की हुई जर्सी भी सौंपी. हालांकि, इतने सम्मान के बावजूद सोफी निराश थीं. इसकी वजह ये थी कि वो अपने वनडे करियर का अंत जीत के साथ करना चाहती थीं.
इंग्लैंड के खिलाफ वीमेंस वर्ल्ड कप 2025 के ग्रुप स्टेज का अंतिम मुकाबला सोफी का इंटरनेशनल क्रिकेट में अंतिम वनडे मुकाबला था. इस मैच को वो जीत के साथ खत्म करना चाहती थीं, लेकिन इंग्लैंड ने 8 विकेट से रौंदकर उनकी विदाई थोड़ी निराशाजनक बना दी. सोफी अपने अंतिम वनडे मुकाबले में बल्ले से भी कुछ खास योगदान नहीं दे सकीं. वह महज 23 रन बनाकर आउट हो गईं.
डिवाइन ने मैच के बाद क्या कहा?36 साल की डिवाइन ने बताया कि पहले ही रिटायरमेंट का एलान करने से उन्हें इस मैच में अपने इमोशंस पर काबू पाने में काफी मदद मिली. कप्तान सोफी इस बात से भले निराश थीं कि वो जीत के साथ करियर का अंत नहीं कर सकीं, लेकिन वो इंग्लैंड को उनके प्रदर्शन के लिए श्रेय देने से नहीं चूकीं. डिवाइन ने मैच के बाद कहा,
ये काफी निराशाजनक है. मैं जीत के साथ विदा लेना चाहती थी पर मेरा प्रदर्शन वैसा नहीं था. इंग्लैंड को श्रेय जाता है. उन्होंने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया. दरअसल, मैं उतना नहीं रोई, जितना मैंने सोचा था. पहले ही एलान करने की सबसे अच्छी बात यह थी कि मैं अपने इमोशंस को कंट्रोल कर सकी.
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युवाओं को क्या मैसेज दिया?अपनी टीम के भविष्य के बारे में डिवाइन ने कहा कि वह युवा प्रतिभाओं के उभरने को लेकर वह काफी उत्साहित हैं. उन्होंने कहा,
क्यों गार्ड ऑफ ऑनर नहीं चाहती थीं?बस आत्मविश्वास और खुद पर भरोसा. टी-20 विश्व कप जीत के बाद हमने इस बारे में बात की थी. जब हम अपना बेस्ट क्रिकेट खेलते हैं तो हम दुनिया में किसी को भी हरा सकते हैं. आने वाली प्रतिभाओं को लेकर उत्साहित हूं. खेल आपको बहुत कुछ सिखाता है. हम प्रोफेशनल एथलीट हैं और आपको इसी के आधार पर आंका जाता है. जब तक आप खेलते हो, इसको एंजॉय करो. लेकिन, यह समझो कि क्रिकेट भी बस एक खेल है.
साथ ही सोफी ने ये भी बताया कि वो क्यों नहीं चाहती थीं कि उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर मिले. उन्होंने कहा,
मैं नहीं चाहती थी कि टीम के प्लेयर्स या इंग्लिश टीम मुझे गार्ड ऑफ ऑनर दे. क्योंकि मैंने अभी टी20 फॉर्मेट को अलविदा नहीं कहा है. मैंने सिर्फ वनडे से रिटायरमेंट ली है. ऐसे में जब मैं टी20 खेलने उतरूंगी तो ये अच्छा नहीं लगेगा.
हालांकि, इन सब के बावजूद मैच के बाद उन्हें दोनों ही टीम ने संयुक्त रूप से गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया. सोफी उन गिनी-चुनी प्लेयर्स में शामिल हैं, जिन्होंने वीमेंस वनडे क्रिकेट में 4000 से ज्यादा रन बनाए हैं. सोफी ने वनडे करियर में कुल 159 मैचों में 4279 रन बनाए हैं.
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