रणजी ट्रॉफी खेलने वाले थे पुजारा, फिर क्यों लिया संन्यास? वजह सामने आई
दो साल से टीम से बाहर चल रहे चेतेश्वर पुजारा ने संन्यास का एलान कर दिया है. चेतेश्वर पुजारा को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चुने जाने की उम्मीद थी. हालांकि ऐसा हुआ नहीं.
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चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने 24 अगस्त को संन्यास का एलान किया. 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच पुजारा का आखिरी टेस्ट साबित हुआ. कुछ दिन पहले मीडिया रिपोर्ट्स में ये बताया गया था कि पुजारा ने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के लिए खुद को उपलब्ध कराया है. ऐसे में सभी को लगा कि पुजारा अब भी वापसी की कोशिश में लगे हुए हैं. इसी कारण उनकी संन्यास की खबर ने लोगों को काफी हैरान किया. पुजारा ने अपने अचानक संन्यास की वजह बताई है.
चेतेश्वर पुजारा खेलना चाहते थे रणजी ट्रॉफीपुजारा ने अब संन्यास के टाइमिंग को लेकर बात की है. उन्होंने माना कि वो रणजी ट्रॉफी खेलना चाहते थे. उन्होंने स्पोर्ट्स तक से कहा,
चेतेश्वर पुजारा की पसंदीदा टेस्ट यादयह मेरा निजी फैसला था और मैंने फैसला किया कि यह सही समय है. मुझे लगता है कि युवा खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में मौका मिलना चाहिए. पहले मैंने सोचा था कि मैं रणजी सीजन खेल सकता हूं, लेकिन फिर मैंने सोचा कि अगर किसी युवा खिलाड़ी को मौका मिलता है तो उसे जल्दी तैयार किया जा सकेगा, इसलिए यह मेरा निजी फैसला था.
पुजारा से अपने 13 साल लंबे करियर की पसंदीदा याद को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा,
2018 में, टीम ने पहली बार ऑस्ट्रेलियाई धरती पर कोई सीरीज जीती थी. वह मेरे लिए एक यादगार पल था. फिर 2021 में, उन्होंने फिर से टेस्ट सीरीज जीती. ये दोनों सीरीज मेरे लिए बहुत खास हैं. मुझे कोई पछतावा नहीं है. मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मैंने इतने लंबे समय तक भारतीय टीम के लिए खेल सका. बहुत कम खिलाड़ियों को ऐसा मौका मिलता है. मैं अपने परिवार और उन लोगों का बहुत आभारी हूं जिन्होंने मेरा समर्थन किया.
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कॉमेंट्री जारी रखेंगे चेतेश्वर पुजाराउन्होंने इंग्लैंड में हाल ही में हुई टेस्ट सीरीज के दौरान कॉमेंट्री की थी. उन्होंने इशारा दिया कि पुजारा अब कॉमेंट्री में नजर आएंगे. उन्होंने कहा,
मुझे बहुत खुशी है कि मैं यह सब छोड़ रहा हूं, लेकिन साथ ही मैं खेल से जुड़ा रहूंगा. मैं अब कमेंट्री कर रहा हूं और मैंने मीडिया का काम भी शुरू कर दिया है. मैं क्रिकेट नहीं खेलूंगा. मैं भारतीय टीम को देखता रहूंगा और उस पर कमेंट्री करूंगा. खेल से जुड़ाव जारी रहेगा.
पुजारा टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे कामयाब खिलाड़ियों में शामिल रहे. उन्होंने 103 टेस्ट मैचों में 19 शतकों के साथ 7195 रन बनाए हैं जिसमें उनका औसत 43 से अधिक का रहा है. पुजारा ने साल 2010 में डेब्यू किया और 2023 में अपना आखिरी मैच खेला.
वीडियो: रिटायरमेंट के बाद अपने पहले इंटरव्यू में क्या बोले चेतेश्वर पुजारा?