कानून प्रिया के इस एपिसोड में हमने अलग अलग सामाजिक आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वालीकई महिलाओं से बात की. हमने जानना चाहा कि वे अपने संवैधानिक अधिकारों के बारे मेंकितना जानती हैं? क्या वे सच में संविधान को समझती हैं? यह भारत की एक दुखद सच्चाईहै कि सभी के लिए लागू होने वाला संविधान केवल कुछ मुट्ठी भर आबादी तक ही समझा जाताहै. क्या यह लोगों की ग़लती है? नहीं ऐसा नहीं है. हमारे सामने मुख्य समस्या कानूनकी एलीट भाषा है, जिसे कोई भी आम आदमी नहीं समझ सकता. यह सही समय है कि हम अपनेकानून की भाषा को पुनर्जीवित करें ताकि हम में से सभी को पता चले कि हमारे संविधानका असल में क्या अर्थ है. हम किन अधिकारों तक पहुंच सकते हैं? देखिए पूरा वीडियो.