कानून प्रिया के आज के अंक में देखिए, कैसे ट्रांसजेंडर समुदाय अभी भी न्यायप्रणाली से समानता की मांग करने में पीछे है. बच्चे को गोद लेने और परिवार बनानेमें सक्षम होना उनके लिए एक कठिन कार्य बन जाता है, सिस्टम के सामने उन्हें किनपरेशानियों का सामना करना पड़ता है? हम इलाहाबाद उच्च न्यायालय के हालिया फैसले केबारे में भी बात करेंगे, जहां यह कहा गया था कि बच्चा गोद लेने में सक्षम होने केलिए, विवाह या विवाह प्रमाण पत्र जरूरी नहीं है. देखिए वीडियो