भारत की महिला फुटबॉलर ने कौन सा बड़ा तमगा अपने नाम कर लिया है?
और, 1971 युद्ध के शहीद की पत्नी को सेना ने किया सम्मानित.
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Ngangom Bala Devi मूलतः मणिपुर से हैं.
नाबालिग बेटी से रेप के मामले में पिता को सज़ा
भारत की महिला फुटबॉलर ने किया कमाल
इन सबके बारे में जानेंगे, ऑडनारी के स्पेशल न्यूज बुलेटिन WIN, यानी विमेन इन न्यूज में. इस खास प्रोग्राम में हम बात करते हैं महिलाओं की, उनकी जो किसी न किसी वजह से खबर में बनी रहीं. इसी के साथ बढ़ते हैं पहली खबर की ओर-
# भारत की इस महिला फुटबॉलर ने कमाल कर दिया
बाला देवी. फुटबॉलर हैं. AFC इंटरनेशनल प्लेयर ऑफ द वीक बनी हैं. मेन-विमेन दोनों कैटेगरीज़ में. AFC यानी एशियन फुटबॉल कन्फेडरेशन. बाला देवी ने 15 साल की उम्र में अपना खेल करियर शुरू किया था. भारत ही नहीं, दक्षिण एशियाई क्षेत्र की सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक मानी जाती हैं. भारत की राष्ट्रीय महिला फुटबॉल टीम में भी इनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा है. टीम की कप्तान भी रही हैं. कुछ दिनों पहले भी ख़बरों में आई थीं, जब उन्होंने एक प्रोफेशनल यूरोपियन फुटबॉल लीग के मैच में गोल किया. ऐसा करने वाली वो पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाला देवी रेंजर्स फुटबॉल क्लब की तरफ से खेलती हैं. बाला ने रेंजर्स टीम को इसी साल जनवरी में जॉइन किया था.
#सोशल मीडिया पर पॉपुलर किरण यादव हुईं गिरफ्तारIndian women's footballer @BalaDevi_10
— Indian Sports Honours (@sportshonours) December 17, 2020
named as AFC International player of the week after getting 50% of the votes. She beat the likes of Son Heung-Min and Sam Kerr.😎👏 #bluerising
pic.twitter.com/tz04T4rxf0
सोशल मीडिया पर लगातार भड़काऊ वीडियो पोस्ट करने के आरोप में किरण यादव की गिरफ्तारी हो गई है. किरण यादव खुद को सोशल वर्कर बताती हैं. वैशाली जिले के चांदपुरा से हैं. ‘आजतक’ के संदीप आनंद की रिपोर्ट के मुताबिक़, आरोप है कि किरण यादव ने हिंदू देवी-देवताओं पर टिप्पणी की थी. किरण की ये पोस्ट वायरल हो गई. अब उसी पोस्ट की वजह से बिहार की वैशाली पुलिस ने हाजीपुर नगर थाने में किरण यादव के खिलाफ FIR दर्ज की, और उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. हाजीपुर सदर के SDPO राघव दयाल ने हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अपशब्द लिखने के आरोप में किरण की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.

#ब्रिगेडियर की पत्नी को भारतीय सेना ने किया सम्मानित
साल 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच जंग हुई थी. इसी जंग के बाद ईस्ट पाकिस्तान को पाकिस्तान से आज़ादी मिली और बांग्लादेश का जन्म हुआ. युद्ध में भारत के भी कई सैनिक शहीद हुए. उन्हीं में से एक थे ब्रिगेडियर के.पी. पांडे. जंग के 49 साल बाद उनकी पत्नी सरोज पांडे को भारतीय सेना ने सम्मानित किया. ANI की रिपोर्ट के मुताबिक़ सम्मान समारोह में सरोज पांडे को स्वर्णिम विजय मशाल दी गई. सम्मान पाकर सरोज ने कहा,
‘मेरी पति सेना को बहुत पसंद करते थे. मैं भारतीय सेना की आभारी हूं कि उन्होंने मुझे ये सम्मान दिया’.
# नाबालिग बेटी से रेप के मामले में पिता दोषीDelhi: Indian Army felicitates Saroj Pande, wife of Late Brigadier KP Pande, who fought 1971 India-Pakistan war. 'Swarnim Vijay Mashaal' handed over to her during the ceremony.
"My husband was very fond of Army. I'm grateful to Indian Army that they've honoured me," she said. pic.twitter.com/obYEZl4wAu
— ANI (@ANI) December 17, 2020
नोएडा में 5 साल पुराने मामले में अदालत ने पिता को अपनी नाबालिग बेटी के रेप का दोषी करार दिया है. आजतक के वरिष्ठ पत्रकार तनसीम हैदर के मुताबिक़, अपर सत्र न्यायाधीश तृतीय निरंजन कुमार की अदालत ने दोषी पिता को 7 साल की जेल की सजा सुनाई है. पांच हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है. मामला फरवरी 2015 का है. नोएडा सेक्टर 24 थाने में दर्ज हुए इस मामले में आरोपी की पत्नी ने ही आरोप लगाए थे कि उसने अपनी नाबालिग बेटी के साथ रेप किया. बचाव पक्ष की दलील ये थी कि नाबालिग लड़की का किसी लड़के के साथ अफेयर था. पिता इसके विरोध में थे इसलिए लड़की पिता को फंसाना चाह रही थे. लेकिन अदालत ने गवाहों और सुबूत के मद्देनज़र अब पिता को दोषी करार दिया है.

# आज की ऑडनारी
इस सेक्शन में हम आपको मिलवाते हैं, एक ऐसी आम महिला या लड़की से, जो कोई सेलेब्रिटी नहीं होती. लेकिन उससे देश की सभी महिलाएं प्रेरणा ले सकती हैं.आज की ऑडनारी हैं खुशबू पूनिया. हरियाणा के छोटे से गांव लाडवा से हैं. हैंडबॉल खेलती हैं. कैप्टन रह चुकी हैं. खुशबू डिवाइन लाइट स्कूल में कोच महाबीर पूनिया और अशोक पूनिया के पास ट्रेनिंग लेती हैं. करियर के बारे में पूछने पर खुशबू ने बताया कि अभी वो प्लस 2 की पढ़ाई पूरी कर रही हैं. आगे भी खेल पर फोकस रखेंगी. खेल के ज़रिए ही आगे जॉब भी मिल जाएगी, तो वो करेंगी. लॉकडाउन के बीच ट्रेनिंग सेंटर बंद थे, तब भी लगातार खेतों में काम करके ट्रेनिंग ले रही थीं. खुशबू की एक छोटी बहन है जो मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए बाहर हैं गांव से. एक और बहन हैं जो उन्हीं की तरह हैंडबॉल खेलती हैं. खुशबू एशियन और नेशनल गेम्स में गोल्ड जीतना चाहती हैं. इसके लिए तैयारी में जुटी हुई हैं.

तो ये थीं आज की ख़बरें. अगर आप भी जानते हैं ऐसी महिलाओं को, लड़कियों को, जो दूसरों के लिए मिसाल हैं, तो हमें उनके बारे में बताइए. मेल करिए lallantopwomeninnews@gmail.com
पर.