टूथपिक से निकालते हैं दांतों के बीच फंसा खाना तो अब बंद कर दीजिए!
जब आप दो दांतों के बीच एक ही जगह पर बार-बार Toothpick इस्तेमाल करते हैं तो इससे दांतों पर दबाव पड़ता है. इस दबाव से दांतों के बीच गैप आ सकता है.

जब हम खाना खाते हैं, तो कई बार थोड़ा खाना दांतों के बीच फंस जाता है. फिर इसे निकालने के लिए हम टूथपिक या माचिस की तीली का इस्तेमाल करते हैं. इससे खाने के कण भले ही निकल जाएं, लेकिन दांतों को बहुत नुकसान पहुंचता है. दांतों की टूथपिक से सफाई करने से क्यों बचना चाहिए? ये हमें बताया डॉक्टर सुमन यादव ने.

दांतों के बीच आ सकता है गैप!
जब आप दो दांतों के बीच एक ही जगह पर बार-बार टूथपिक इस्तेमाल करते हैं तो इससे दांतों पर दबाव पड़ता है. इतना दबाव कि वो अपनी जगह से थोड़ा खिसक जाते है. इससे दांतों के बीच गैप आ जाता है. फिर जब हम खाना खाते हैं. तो इस गैप में खाना फंस सकता है. खाना फंसने से वहां गंदगी जमा हो जाती है. फिर बैक्टीरिया पैदा होते हैं. इससे दांतों में कैविटी होने का रिस्क बढ़ जाता है. यानी दांत सड़ने लगते हैं. हमारे मसूड़ों में इंफेक्शन भी हो सकता है.
टूथपिक का नुकीला हिस्सा चुभ सकता है!
टूथपिक एक तरफ से नुकीली होती है. इसका यही नुकीला हिस्सा दांतों को साफ करता है. लेकिन, कई बार यह नुकीला हिस्सा दांत में चुभ भी जाता है. इससे मसूड़े सूज सकते हैं. उनमें खून आ सकता है. इससे वहां इनफेक्शन होने का खतरा रहता है.

दांतों की परत को नुकसान!
कई बार लोग टूथपिक या माचिस की तीली से दांत साफ करते हुए उसे चबाने भी लगते हैं. इससे दांतों की सबसे बाहरी परत ‘इनेमल’ को नुकसान पहुंचता है. यह परत कठोर और चमकदार होती है. लेकिन, टूथपिक चबाने से यह घिसने लगती है. इससे दांत कमज़ोर हो जाते हैं. यही नहीं, जब हम मुंह में पेंसिल डालते हैं, पिन चबाते हैं या बर्फ खाते हैं. तो, इनसे भी दांतों की बाहरी परत को नुकसान पहुंचता है.
कभी-कभी ऐसा भी होता है कि टूथपिक का कोई टुकड़ा टूटकर दांतों में फंस जाता है. इससे दांतों को नुकसान पहुंचता है और दांतों की जड़ें कमज़ोर होने लगती हैं.
टूथपिक नहीं तो दांत कैसे करें साफ?डॉक्टर सुमन की सलाह है कि खाना खाने के बाद कुल्ला करें. इससे दांतों के बीच फंसी गंदगी बाहर निकल जाएगी. आप दिन में दो बार ब्रश करें. दांत अपने आप साफ हो जाएंगे. हां, ये ध्यान रखें कि ब्रश को हर 3 से 4 महीने में बदल लें.
वहीं अगर टूथपिक जैसा ही कुछ चाहिए तो डेंटल फ्लॉस का इस्तेमाल कर सकते हैं. फ्लॉस एक बहुत पतला सिंथेटिक धागा होता है. इसे दांतों के बीच घुमाने से दांतों में फंसी गंदगी, बाहर आ जाती है. सबसे अच्छी बात ये है कि फ्लॉसिंग से दांतों के बीच गैप भी नहीं आता. वहीं अगर आपके दांत में दर्द है, दांत सेंसटिव हैं, मसूड़ों में सूजन है, तो इसे इग्नोर न करें. बिना देर किए डॉक्टर से मिलें.
(यहां बताई गई बातें, इलाज के तरीके और खुराक की जो सलाह दी जाती है, वो विशेषज्ञों के अनुभव पर आधारित है. किसी भी सलाह को अमल में लाने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर पूछें. दी लल्लनटॉप आपको अपने आप दवाइयां लेने की सलाह नहीं देता.)
वीडियो: सेहतः पोषण के लिए डाइट सुधारें या सप्लीमेंट्स खाएं?