लड़के ने 16 साल की बहन का बाल विवाह होने से रोका, बुआ के खिलाफ दर्ज कराया केस
लड़की को उसकी बुआ पढ़ाई के बहाने अपने घर ले गईं थी.

कर्नाटक का गोकक तालुक का कोन्नुरु गांव. यहां 16 साल लड़की का बाल विवाह करवाया जा रहा था. पर ऐन मौके पर लड़की का भाई पहुंचा और उसने ये शादी रुकवा दी. लड़के का नाम राजू मेगननवर है. उसकी उम्र 21 साल है. दरअसल, लॉकडाउन के कारण राजू के माता-पिता की आमदनी नहीं हो रही थी. वैसे तो वो सब्जी बेचने का कम करते हैं, पर कोरोना महामारी के दौरान उनका काम ठप हो गया. इससे घर चलाना मुश्किल हो गया था.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, राजू की बुआ, जिनका नाम शेवक्का मोदागी है, उन्होंने परिवार की मदद के लिए हाथ बढ़ाया. और कहा कि वो लड़की की 12वीं तक की पढ़ाई करने में मदद करेंगी. राजू के परिवारवाले भी राजी हो गए. और बेटी को उनके साथ भेज दिया. दो महीने पहले राजू की बहन बुआ के साथ चली गई. और इसी दौरान बुआ ने उसकी शादी अपने 24 साल के बेटे से तय कर दी.
अब शेवक्का मोदागी ने शुक्रवार 18 दिसंबर को कार्तिक का त्योहार मनाने के बहाने राजू की बहन की शादी अपने बेटे से करानी चाही. और जब ये बात लड़की के परिवारवलों ने सुनी, तो उन्होंने राजू से कहा कि वो कैसे भी करके इस शादी को रोके. राजू बुआ के यहां गया. और जब वो वहां पहुंचा, तो पता चला कि वहां कोई कार्तिक का त्योहार नहीं बल्कि उसकी बहन की शादी की तैयारी हो रही थी.
ये सब देखने के बाद उसने लोकल पुलिस स्टेशन में कॉल किया. मौके पर महिला अधिकारियों की टीम पहुंची. इतने में बुआ के परिवारवाले राजू की बहन को लेकर भाग गए. जब पुलिस ने बुआ से पूछताछ की, तो उन्होंने कहा,
लड़की कहां है, इस बारे में मुझे कुछ नहीं पता. शायद वो अपनी किसी दोस्त के यहां गई हो. हम लोग तो बस कार्तिक का त्योहार मना रहे थे.
शेवक्का से पूछताछ के बाद, पुलिस और महिला एवं बाल कल्याण अधिकारी ने लड़की के परिवार से लिखित में अंडरटेकिंग लेटर लिया, जिसमें साफ-साफ लिखा था कि लड़की जब तक बालिग नहीं हो जाती, उसकी शादी नहीं की जाएगी.
वहीं, राजू ने बुआ के खिलाफ गोकक थाने में बहन की किडनैपिंग का केस दर्ज करवाया है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में जो दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.