दलित लड़के से शादी करने पर लड़की के भाइयों ने हत्या कर शव अपने खेत में दफना दिया!
पुलिस को शव निकालने के लिए JCB की मदद लेनी पड़ी, पांच घंटे में बॉडी बरामद हुई.

उत्तर प्रदेश का मैनपुरी. यहां की रहने वाली लड़की ने दलित लड़के से शादी कर ली, तो उसके भाइयों ने उसकी हत्या कर शव गायब कर दिया. इसके बाद लड़के की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया. और लड़की का शव बरामद किया. साथ ही एक आरोपी भाई को गिरफ्तार भी किया. बाकियों की तलाश कर रही है.
पूरा मामला क्या है?
मामले की जानकारी के लिए हमने 'इंडिया टुडे; से जुड़े पुष्पेंद्र सिंह से बात की. उन्होंने बताया कि अर्जुन, जिससे चांदनी ने शादी की, वो प्रतापगढ़ के लालगंज थाना क्षेत्र के गांव टोडरपुर में रहता है. और दिल्ली के त्रिलोकपुरी की एक फैक्ट्री में वायरिंग का काम करता है. चांदनी और अर्जुन पिछले आठ सालों से रिलेशन में थे. 12 जून 2020 को दोनों ने प्रतापगढ़ के एक मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी कर ली थी. इसके दो महीने बाद अर्जुन चांदनी को अपने साथ लेकर दिल्ली आ गया था. अब इस शादी से चांदनी के परिवारवाले नाखुश थे, क्योंकि लड़का 'जाटव समाज' से था और लड़की 'कश्यप (धीमर) समाज' से थी.
17 नवंबर को चांदनी के एक भाई ने उसे कुछ काम से गांव मैनपुरी बुला लिया. और इसके बाद से ही अर्जुन और चांदनी की बात होनी बंद हो गई. फिर अर्जुन को शक हुआ, तो वो अपने परिवार के साथ 23 नवंबर को चांदनी के घर गया. वहां चांदनी के घरवालों ने कहा कि वो तो दिल्ली चली गई है.

फिर अर्जुन दिल्ली गया. पर वहां चांदनी नहीं मिली. अर्जुन ने उसे फोन किया पर वो भी बंद आ रहा था. अर्जुन ने चांदनी के न मिलने पर दिल्ली के मयूर विहार थाने में उसके भाइयों के खिलाफ केस दर्ज करवाया. केस दर्ज होते ही पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी.
दिल्ली पुलिस अर्जुन को लेकर मैनपुरी आई. उसने चांदनी के भाई सुनील को हिरासत में लिया. पुलिस के मुताबिक, उसने बहन को गोली मारकर अपने खेत की जमीन में गाड़ने की बात कबूली.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने बताया कि बहन को जब वापस घर लेकर आए थे तो उस पर पति को छोड़ने का दबाव बनाया गया था. इस बारे में उससे दो दिनों तक बातचीत भी की गई थी. लेकिन चांदनी वापस जाने की जिद पर अड़ी थी. इस दौरान मारपीट भी हुई और उसके सीने में गोली मार दी गई. इसके बाद भाइयों ने अपने पिता की तरफ से सहमति मिलने के बाद चांदनी के शव को अपने ही खेत में दफना दिया था.
मामला जानने के बाद मयूर बिहार थाने के SI मनोज कुमार तोमर, ASI कैलाशचंद्र और राकेश सिंह, हेड कॉन्स्टेबल उपेंद्र और विजय कुमार मैनपुरी के थाने आए. यहां के SI अजीत सिंह, ASI जैकब फर्नांडीज और पुलिस बल के साथ सुनील को उसके खेतों पर ले गए. वहां जाकर पहले फावड़ा और बाद में JCB से खुदाई शुरू करवाई. कई घंटो खुदाई होने के बाद लड़की का शव बरामद किया गया.

एसपी अविनाश पांडेय ने कहा कि दिल्ली पुलिस की सूचना के तुरंत बाद ही लोकल पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी थी. JCB बुलाकर शव को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया था. पहले आरोपी गुमराह कर रहे थे, इसलिए खुदाई में देरी हुई. पर जब सख्ती से उनसे पूछताछ की गई, तो उन्होंने सच बताया और पांच घंटे के अंदर शव को सही सलामत बरामद कर लिया गया, जिससे कोई सबूत नष्ट न हो. और आरोपियों की भी तलाश की जा रही है. इस मामले में पुलिस ने एक भाई को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी के आरोपी भाई सुधीर, और सुशील फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.