The Lallantop
Advertisement

कौन हैं नवनीत राणा जिनका नाम हनुमान चालीसा विवाद के बाद से चर्चा में है

हनुमान चालीसा पाठ के मामले में नवनीत राणा और उनके पति 6 मई तक जेल भेज दिया गया हैं. खबर है की नवनीत अब बीजेपी में शामिल हो सकती हैं. नवनीत ने जेल में भी 101 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया था.

Advertisement
Navneet Rana, Ravi Rana, Hanuman Chalisa Path
नवनीत राणा अमरावती से सांसद है.
pic
पड़ताल
24 अप्रैल 2022 (Updated: 29 अप्रैल 2022, 10:30 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share


नवनीत कौर राणा. लोकसभा सांसद हैं. फिलहाल बायकुला जेल में बंद हैं. उनके पति रवि राणा भी जेल में हैं, तालोजा जेल में. दोनों पर दो समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने का आरोप है. उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था. दोनों को मुंबई की एक अदालत ने 6 मई तक के लिए जुडीशल रिमांड में भेजा है. महाराष्ट्र के हनुमान चालीसा विवाद के बीच नवनीत राणा का नाम सोशल मीडिया पर चर्चा में है.

कौन हैं नवनीत राणा?
मुंबई में जन्मीं नवनीत राणा एक्ट्रेस रह चुकी हैं. तेलुगु, हिंदी, पंजाबी और मलयालम फिल्मों में नज़र आ चुकी हैं. बताया जाता है कि योगगुरु रामदेव के एक योग शिविर में उनकी मुलाकात रवि राणा से हुई थी. 2011 में नवनीत और रवि ने शादी की. दोनों ने 3100 और जोड़ों के साथ सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शादी की थी. इस शादी में महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और योग गुरु रामदेव भी शामिल हुए थे. इंटरेस्टिंग ये है कि रवि रिश्ते में रामदेव के भतीजे लगते हैं.

रवि अमरावती जिले के बादनेरा से विधायक हैं. शादी के बाद नवनीत ने राजनीति में कदम रखा. 2014 में उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा. अमरावती सीट से. NCP (नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी) के टिकट पर. इनके सामने थे शिवसेना के दिग्गज नेता. आनंदराव अडसुल. उस समय तक चार बार सांसद रह चुके थे. वो चुनाव नवनीत हार गईं. आनंदराव पांचवीं बार सांसद बने.
2019 में नवनीत ने फिर से चुनाव लड़ा. अमरावती से ही. इस बार युवा स्वाभिमान पार्टी के टिकट पर. इस पार्टी को विपक्ष का समर्थन मिला हुआ था. सामने फिर खड़े थे आनंदराव अडसुल. इस बार नवनीत ने आनंदराव को हरा दिया. तकरीबन 36,000 वोटों से. और सांसद बनीं.

इससे पहले नवनीत साल 2020 में खबरों में आई थीं. तब कोरोना वायरस के कुछ मामले ही भारत में आए थे. तब नवनीत मास्क पहनकर संसद पहुंची थीं. उन्होंने कहा था,

“संसद एक भीड़भाड़ वाला इलाका है और ऐसी जगहों में मास्क पहनना ज़रूरी होना चाहिए. सभी सांसदों की स्क्रीनिंग भी होनी चाहिए क्योंकि वो कई लोगों से पूरे दिन मिलते हैं.”

क्या है हनुमान चालीसा विवाद?
इंडिया टुडे से जुड़ीं विद्या की रिपोर्ट के मुताबिक, नवनीत राणा ने सीएम उद्धव ठाकरे से मांग की थी कि हनुमान जयंती पर वो अपने घर पर हनुमान चालीसा का पाठ करें. उन्होंने कहा था कि अगर ठाकरे ऐसा नहीं करते हैं, तो नवनीत राणा सीएम के घर मातोश्री के बाहर खुद हनुमान चालीसा का पाठ करेंगी. नवनीत राणा ने 23 अप्रैल की सुबह 9 बजे मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया था. लेकिन 23 अप्रैल की सुबह से शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने ‘मातोश्री’ के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसे देखते हुए राणा दंपति ने अपना ऐलान वापस ले लिया. हालांकि, पुलिस ने उसी दिन दोनों को गिरफ्तार कर लिया. 24 अप्रैल को उन्हें बांद्रा के मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया. कोर्ट ने दोनों को जुडीशल रिमांड पर भेज दिया.

बता दें कि नवनीत और रवि के खिलाफ IPC की धारा 153 ए यानी दो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना, 353 यानी पब्लिक सर्वेंट को उनका काम करने से रोकना या उन पर हमला करना और 135 यानी सेना को काम करने से रोकना, के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने इस मामले में शिवसेना के भी 16 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. इन पर आरोप है कि उन्होंने रवि और नवनीत राणा के घर के बाहर हंगामा किया था. शिवसेना कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज हुई FIR में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी आरोपी बनाया गया है.

वीडियो देखे

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement