53 साल की महिला ने दो बेटियों के साथ पास की दसवीं की परीक्षा, बताया कैसे शुरू की दोबारा पढ़ाई
कम उम्र में शादी की वजह से छूट गई थी पढ़ाई.
लगन हो तो शिक्षा में उम्र बाधक नहीं होती. इस बात का सही उदाहरण हैं अगरतला की रहने वाली शीला रानी दास. 53 साल की हैं. इस साल उन्होंने त्रिपुरा बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (TBSE) से दसवीं की परीक्षा पास की है. उनके साथ उनकी बेटियों ने 12वीं की परीक्षा पास की है. TBSE ने बुधवार यानी 6 जुलाई को रिजल्ट जारी किया था. जिसके बाद घर में ट्रिपल खुशी का माहौल है.
कम उम्र में छूट गई थी पढ़ाईदैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, शीला रानी की कम उम्र में शादी हो गई थी. शादी के बाद उनकी पढ़ाई छूट गई थी. शादी के कुछ साल बाद ही उनके पति की मौत भी हो गई. तो उन्होंने खुद छोटा-मोटा काम करके पैसे कमाए और अपनी बेटियों की परवरिश की. बेटियां जब बड़ी हुईं तो उन्होंने शीला रानी को अपनी पढ़ाई फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित किया और उन्हें दसवीं की परीक्षा देने के लिए राजी किया. साथ ही दोनों ने अपनी मां की पढ़ाई में मदद भी की. इस बात पर शीला देवी ने कहा,
कितने नंबर से पास हुईं?"मैं बहुत खुश हूं. ये परीक्षा मैं अपनी बेटियों और शुभचिंतकों की वजह से पास कर पाई हूं. साथ ही मुझे खुद पर भरोसा था कि मैं पास होकर ही रहूंगी. भले ही मैं अपनी पढ़ाई को ज्यादा समय नहीं दे पाई. लेकिन मुझे ख़ुशी है कि मैंने कम से कम परीक्षा तो पास की. मुझे आज अपनी बेटियों और खुद पर गर्व है."
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शीला रानी ने 500 में से 221 अंक प्राप्त किये हैं. और उनकी दोनों बेटी राजश्री और जयश्री ने 12वीं की परीक्षा की परीक्षा में 500 में से 250 और 328 अंक प्राप्त किये. दोनों ने बताया कि उन्होंने अपनी मां को बहुत मोटीवेट किया और उनकी पढ़ाई में मदद भी की. मां हमेशा से ही पढ़ना चाहती थी. आज हम बहुत खुश हैं. क्योंकि मां ने इसके लिए बहुत मेहनत की है. हमे बहुत खुशी है कि हमने हमारी मां का सपना पूरा करने में उनकी मदद की. हम दोनों ने ही मिलकर उन्हें पढ़ाया है.
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