अतीक अहमद केस के बीच मुख्तार अंसारी के बेटों के घर बुलडोज़र क्यों चल गया?
कीमत 1 करोड़ बताई जा रही है.

हाल ही में विधानसभा से सीएम योगी का एक बयान काफी वायरल हुआ था. जिसमें वह कह रहे थे कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे. इस बयान के बाद माफिया अतीक अहमद के कारीबियों के मकानों पर बुलडोजर चलना शुरू हो गया. मीडिया में भी बुलडोजर एक्शन पर खबरें आईं. इसी बीच प्रशासन के रडार पर एक बार फिर से मुख्तार अंसारी आ गया. और प्रशासन ने दो दिन की कार्रवाई के बाद यूपी के मऊ में बने उसके एक मकान को बुलडोजर ने जमींदोज कर दिया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये संपत्ति मुख्तार अंसारी की मां रबिया बेगम के नाम पर दर्ज थी. बाद में रबिया बेगम ने इस संपत्ति को मुख्तार के दोनों बेटों अब्बास अंसारी और उमर अंसारी के नाम कर दी. मुख्तार पर आरोप है कि उसने बिना नक्शा पास कराए इस जमीन पर एक दो मंजिला मकान बना लिया, जिसकी कीमत 1 करोड़ बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक दिसंबर 2022 में एक स्थानीय निवासी ने नगर मजिस्ट्रेट ऑफिस में शिकायत की कि मकान का निर्माण बिना नक्शा पास कराए किया गया है. इसके साथ ही प्रशासन का ये भी कहना है कि मकान के निर्माण में इस्तेमाल की गई जमीन का कुछ हिस्सा किसी और का है. यानी मुख्तार पर अवैध कब्जे का भी आरोप लगा है. जिसके बाद मजिस्ट्रेट ऑफिस ने जांच में सभी आरोपों को सही पाया और मकान के धवस्तिकरण के आदेश दे दिए.
मजिस्ट्रेट के आदेश के खिलाफ मुख्तार के दोनों बेटे इलाहबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की. लेकिन इस साल 28 फरवरी को इलाहबाद हाईकोर्ट ने याचिका खारिज कर दी और मकान को ध्वस्त करना है या नहीं इसका फैसला जिलाधिकारी मऊ के विवेक पर छोड़ दिया. जिसके बाद 3 मार्च को जिलाधिकारी मऊ ने दल-बल के साथ धवस्तीकरण टीम को मकान गिराने के लिए भेज दिया. दोपाहर करीब 3 बजे टीम ने दो बुलडोजर के साथ मकान गिराने की कार्रवाई शुरू की जो करीब 3 घंटे चली. शाम 6 बजे के बाद मकान ढहाने का काम रोक दिया गया. इसके बाद शनिवार 4 मार्च की सुबह फिर एक बार टीम ने बचे और मकान को गिराना शुरू किया. इस बार ये कार्रवाई 3 बुलडोजर कर रहे थे.
पूरे मामले में सीओ अभय सिंह का कहना है कि माफियाओं पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. अब्बास अंसारी ने दूसरे की जमीन पर कब्जा कर मकान बनाया था. इसलिए 3 बुलडोजर लगाकर उसे गिराया गया है.
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