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'भारत अब रूसी तेल बिल्कुल नहीं खरीदेगा', ट्रंप ने फिर अलापा पुराना राग

Donald Trump ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत, रूस से तेल खरीदना पूरी तरह से बंद कर देगा, जबकि भारत का कहना है कि वह तेल खरीदने के फैसले अपने राष्ट्रीय हित के आधार पर करता है, न कि अमेरिका की इच्छा से.

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donald Trump on india russian oil imports deduction
ट्रंप यह दावा एक बार नहीं, बल्कि कई बार कर चुके हैं. (फोटो: इंडिया टुडे)
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अर्पित कटियार
26 अक्तूबर 2025 (Published: 11:40 AM IST)
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अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बार फिर दोहराया कि भारत अब रूस से तेल खरीदना बंद कर रहा है. उन्होंने दावा किया कि भारत और चीन, दोनों ने रूस से तेल खरीदने में कटौती की है. ट्रंप यह दावा एक बार नहीं, बल्कि कई बार कर चुके हैं. जबकि नई दिल्ली ने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों का फैसला खुद करता है, किसी दूसरे देश की इच्छा से नहीं.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार, 25 अक्टूबर को एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए, ट्रंप ने अपने पुराने दावे को दोहराया कि भारत रूस से तेल खरीद में कटौती कर रहा है. ट्रंप ने रूसी तेल कंपनियों Rosneft और Lukoil पर नए अमेरिकी प्रतिबंधों का जिक्र करते हुए कहा, 

आपने आज देखा होगा कि चीन रूसी तेल खरीद में काफी कटौती कर रहा है और भारत पूरी तरह से कटौती कर रहा है और हमने प्रतिबंध भी लगा दिए हैं. 

ट्रंप का यह बयान दक्षिण कोरिया में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने से पहले आया है. यह बैठक अमेरिका और चीन के बीच व्यापार, तकनीक और कच्चे माल को लेकर बढ़ते तनाव के समय हो रही है और यह ट्रंप के एशिया दौरे का हिस्सा है. जब उनसे पूछा गया कि क्या वह रूस और चीन के तेल सौदों पर बात करेंगे, तो ट्रंप ने कहा कि वह इस मुद्दे पर चर्चा कर सकते हैं और उम्मीद जताई कि बैठक में पूरा समझौता होगा.

पहले भी दावा कर चुके हैं ट्रंप

भारत को लेकर कुछ इसी तरह का दावा डॉनल्ड ट्रंप ने बुधवार, 15 अक्टूबर को भी किया था. एक इवेंट के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा था,

मैं खुश नहीं था क्योंकि भारत, रूस से तेल खरीद रहा था. उन्होंने (पीएम मोदी ने) आज मुझे भरोसा दिलाया कि वे रूस से तेल नहीं खरीदेंगे. यह एक बड़ा कदम है. अब हम चीन से भी यही करवाने जा रहे हैं.

हालांकि, भारत के विदेश मंत्रालय ने अगले दिन स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच टेलीफोन पर ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई है.

ये भी पढ़ें: 'भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा, वो पीछे हट रहा... ', ट्रंप ने जेलेंस्की के सामने बड़ा दावा किया

इसके ठीक दो दिन बाद, यानी 17 अक्टूबर को वाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने फिर यही बात कही. उन्होंने कहा,

भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा. उन्होंने पहले ही खरीद को कम कर दिया है और कमोबेश रोक दिया है. वे पीछे हट रहे हैं. उन्होंने लगभग 38 प्रतिशत तेल खरीदा था, और अब वे ऐसा नहीं करेंगे.

हालांकि, नई दिल्ली ने लगातार ट्रंप के दावों का खंडन किया है और स्पष्ट किया है कि भारत की ऊर्जा नीति स्वतंत्र है. इसका मकसद है तेल की स्थिर कीमत और भरोसेमंद आपूर्ति सुनिश्चित करना. सरकार ने साफ कहा कि तेल खरीदने का फैसला सिर्फ भारत के राष्ट्रीय हित के मुताबिक लिया जाता है, किसी बाहरी दबाव की वजह से नहीं.

वीडियो: दुनियादारी: क्या ट्रंप रूस से भारत और चीन की दोस्ती टुड़वा देंगे?

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