कौन थे पाकिस्तानी SP अदील अकबर? जान देने के बाद लग रहे भारत के जासूस होने के आरोप
Adeel Akbar Indian Spy Allegation: एक फोन आया, जिसके बाद अदील अकबर ने गोली मारकर अपनी जान दे दी. सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अदील ने भारत सरकार की मदद की थी. इस मामले में पाकिस्तान में एक हाई-लेवल जांच टीम बनाई गई है.

पाकिस्तान में एक पुलिस अफसर अदील अकबर (Adeel Akbar India Connection) के जान देने के बाद उन पर काफी गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर कई पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि वह एक भारतीय जासूस थे. इतना ही नहीं, हाल में हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी अदील ने कथित तौर पर भारतीय सरकार की मदद की थी. उनकी आत्महत्या को लेकर पाकिस्तान में एक हाई-लेवल जांच टीम बनाई गई है.
कौन हैं अदील अकबरइस्लामाबाद पुलिस के 12 अगस्त को किए गए एक पोस्ट के मुताबिक, अदील अकबर हाल ही में इस्लामाबाद पुलिस में इंडस्ट्रियल एरिया के पुलिस अधीक्षक (SP) बने थे. उनके पास इस्लामाबाद की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी से गवर्नेंस और पब्लिक पॉलिसी में MPhil की डिग्री थी. करियर की शुरुआत ASP के तौर पर हुई थी.
वह बलूचिस्तान प्रांत के भी कई शहरों में कई पुलिस यूनिट्स का नेतृत्व कर चुके हैं. उन्हें सिक्योरिटी मैनेजमेंट, कम्युनिटी पुलिसिंग, ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन, काउंटर-टेररिज्म, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, पुलिस ऑपरेशन्स, सिक्योरिटी एनालिसिस और क्राइसिस मैनेजमेंट का एक्सपर्ट माना जाता था.
कब किया सुसाइड?पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, गुरुवार 23 अक्टूबर की शाम करीब 4:30 बजे उन्होंने अपने गनमैन की सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मार ली. दावा किया गया है कि अकबर को एक संदिग्ध कॉल आया था जिसके बाद उन्होंने ऑफिस आते वक्त कार में यह कदम उठाया. सुसाइड के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. लेकिन उनकी जान नहीं बची.
सोशल मीडिया पर क्या दावे किए जा रहे?अदील अकबर की मौत के बाद कई सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया है कि वह भारतीय जासूस थे. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत की मदद की थी. X (पहले ट्विटर) पर एक यूजर ने लिखा,
“इस्लामाबाद पुलिस के SP सिटी अदील अकबर इंडिया के एजेंट थे. उन्होंने आज खुद को गोली मार ली. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनके इनपुट बहुत काम आए. थैंक यू अदील भाई, आपने बहुत मदद की है.”
इंडिया सेंचुरी नाम के यूजर ने लिखा,
“ऑपरेशन सिंदूर को सफल बनाने के लिए धन्यवाद मिस्टर अदील अकबर. आप अपने देश भारत के लिए एक महान देशभक्त रहे हैं.”
एक अन्य यूजर ने उनकी फोटो शेयर करते हुए लिखा,
“ये अदील अकबर हैं, इस्लामाबाद पुलिस के SP, एक सीनियर अफसर के फोन कॉल के बाद उन्होंने अपनी जान ले ली. कहा जाता है कि वो एक इंडियन एजेंट थे जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जरूरी जानकारी दी थी. रेस्ट इन पीस, अदील भाई. आपने सम्मान के साथ काम किया.”
रुद्राक्ष नाम के यूजर ने दावा करते हुए लिखा,
“ISB पुलिस SP अदील अकबर ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को जरूरी मूवमेंट इंटेल लीक करने के बाद खुद को गोली मार ली. यह इंटेल पाकिस्तान की ADS स्ट्रैटेजी को काउंटर करने के लिए इस्तेमाल की गई थी.”
पोस्ट में आगे दावा किया गया,
“उनके धोखे ने पाकिस्तान के गलत “AI-Tech-Drone swarm” का पर्दाफाश किया. ऑपरेशन सिंदूर ने स्क्रिप्ट पलट दी. हमारे प्रेडक्टिव काउंटर-AI फ्रेमवर्क ने कॉन्टैक्ट से पहले ही swarm पैटर्न का अंदाजा लगाया, मैप किया और उसे न्यूट्रलाइज कर दिया. जिसे वे “इनोवेशन” कहते थे, उसे चुपचाप खत्म कर दिया गया.”
एक अन्य यूजर ने अदील के बारे लिखा,
“माना जाता है कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को खुफिया जानकारी देने में मदद की थी, जिसमें उन्होंने मिल AD एसेट्स के मूवमेंट की रियल टाइम जानकारी दी थी. अगर यह सच है तो आपकी सर्विस के लिए धन्यवाद.”
वहीं, कुछ X यूजर्स ने यह भी दावा किया कि अदील अकबर पर पाकिस्तान आर्मी और सरकार ने फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ झूठे केस करने का दबाव डाला था. एक X यूज़र ने लिखा,
“इस्लामाबाद पुलिस के SP, अदील अकबर ने खुद को गोली मार ली. उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. उन पर पाक आर्मी और सरकार से फिलिस्तीन समर्थक TLP प्रदर्शनकारियों के खिलाफ झूठे केस बनाने का दबाव डाला जा रहा था. क्या पाकिस्तान अब इजरायल का साथी है?”
दूसरी तरफ कुछ यूजर्स ने दावा किया कि अदील अकबर बिना छुट्टी के लगातार ड्यूटी करने की वजह से बहुत ज्यादा मानसिक तनाव में थे. सीनियर अधिकारियों ने उनकी मेडिकल लीव की रिक्वेस्ट भी रिजेक्ट कर दी थी.
कुछ पोस्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि अदील अकबर के पिता पिछले कुछ सालों से पाकिस्तानी सेना के साथ जमीन के झगड़े में शामिल थे. उनके खिलाफ मजबूती से केस लड़ रहे थे.
फ्री प्रेस जनरल की रिपोर्ट के मुताबिक, लेकिन तमाम आरोपों और अफवाहों को लेकर पाकिस्तान अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन कुछ जगहों पर दावा किया गया है कि इस्लामाबाद पुलिस और केंद्र सरकार ने अदील अकबर के भारतीय एजेंट होने के दावों को खारिज किया है.
मौत के कारणों के जांच के लिए हाई-लेवल टीमपाकिस्तानी अखबार Dawn के मुताबिक, पाकिस्तान की फेडरल सरकार ने भी अदील की मौत के कारणों की जांच के लिए एक हाई-लेवल जांच का आदेश दिया है. कमेटी की कमान DIG हेडक्वार्टर हारून जोया को सौंपी गई है. उनके अलावा, DIG ऑपरेशन जवाद तारिक और DIG सिक्योरिटी अतीक ताहिर भी कमेटी में शामिल हैं. कमेटी को 48 घंटे के अंदर अपनी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं.
वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान में हुई तबाही का कच्चा चिट्ठा आया बाहर!


