साल 1998, फरवरी की 28 तारीख. आठ साल का सुरेश स्कूल की छुट्टी के बाद दौड़ता हुआ घरपहुंचता है. मां रोज़ दरवाजे पर इंतज़ार में खड़ी रहती थी, वो आज नहीं है. बल्कि सुरेशदेखता है कि दरवाज़ा अंदर से बंद है. कई बार खटखटाने के बाद जब कोई जवाब नहीं आता तोसुरेश जोर से मां.. मां चिल्लाता है,. अबकी बार अंदर से हुं की आवाज आती है. लेकिनये मां की आवाज नहीं थी. दरवाजा खुलता है, सामने अर्धनग्न हालत में मां खिड़की सेबंधी है. अंदर एक और आदमी है. सुरेश कुछ पूछ पाए इससे पहले ही वो आदमी कहता है,तुम्हारी मां पर भूत का साया है, इसलिए उसे खिड़की से बांधकर रखा है. आठ साल कासुरेश कुछ समझ पाता इससे पहले ही वो आदमी घर से निकल जाता है, ये कहते हुए किडॉक्टर को बुलाने जा रहा है.घटना के पूरे 7 साल बाद एक और बार सुरेश का इस आदमी से आमना सामना होता है. अदालतमें. उमेश रेड्डी नाम का ये आदमी सिर्फ सुरेश की मां का गुनेहगार नहीं था. बल्किइसकी गिनती उन लोगों में होती थी, जिन्हे सीरियल रेपिस्ट और सीरियल किलर कहा जाताहै. अपनी जिंदगी में 18 या शायद उससे भी ज्यादा औरतों का रेप और हत्या करने वाला येव्यक्ति कौन था, या कहें कि कौन है? जानेंगे आज के एपिसोड में. साथ ही जांनेगे इसकेस से जुड़े कुछ सवालों के जवाब. देखिए वीडियो.