तारीख: कहानी ISKCON की जो एक गैराज से शुरू होकर आज पूरी दुनिया में फैल गया है
14 नवंबर 1977 को वृंदावन में प्रभुपाद का निधन हो गया. फिर वो दौर आया जब एक तरफ़ इस्कॉन पॉपुलर हो रहा था, और दूसरी तरफ उसे विरोध का सामाना भी करना पड़ रहा था. प्रभुपाद के करीबी क्रिस हैम उर्फ़ कीर्तनानन्द पर फिरौती और ड्रग्स से जुड़े आरोप लगे.