तारीख: कहानी DMK की जिसने आर्य बनाम द्रविड़ और हिंदी के विरोध से राजनीति शुरू की?
1962 में अन्नादुरै DMK की तरफ़ से राज्यसभा के सदस्य चुने गए. राज्यसभा पहुंचे सरकार से मतभेद रखने वाले अन्नादुरै चीन से युद्ध के दौर में देश के सुर में बोलते नज़र आए. उनके राज्यसभा जाने से DMK को एक और फ़ायदा हुआ. हिंदी-तमिल का मुद्दा आते-जाते सुर्ख़ियों में रहने लगा.