तारीख: कहानी भारत के पहले तलाक की जिसने महिलाओं को उनका अधिकार दिलाया
दादाजी बनाम रुख्माबाई मामले का फैसला आगे चलकर ‘एज ऑफ़ कंसेंट एक्ट - 1891’ के लिए नींव की तरह काम आया. इस कानून से, पहली बार महिलाओं की ‘विवाह की न्यूनतम उम्र’ निर्धारित हुई. आगे चलकर ये मामला शादी और वैवाहिक संबंधों से जुड़े कानूनों के लिए हमेशा एक बेंचमार्क बना रहा.