15 दिसंबर, 1987. दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल के गिम्पो इंटरनेशनल एयरपोर्ट परएक विमान लैंड हुआ. सुरक्षा घेरे में एक लड़की उसमें से उतरी. उसके मुंह पर टेप बंधाहुआ था. मायूमी हाचिया नाम की ये लड़की फ़र्ज़ी पासपोर्ट मामले में पकड़ी गई थी. औरबार-बार खुद को जापानी नागरिक बता रही थी. हालांकि सुरक्षा एजंसियों का शक कुछ औरथा. कई हफ्ते बाद एक रोज़ असलियत सामने आई. कैसे?एक टीवी से. मायूमी हाचिया को जेल में टीवी दिखाया गया, जिसमें उसने पहली बार सियोलको देखा. और पाया कि जिसे वो भूखे नंगो का देश समझती थी, वो कहीं ज्यादा विकसित है.इसके बाद उसने अधिकारियों को पूरी कहानी बताने का फैसला किया. जो कहानी सामने आई,उसने पूरे दक्षिण कोरिया को हिलाकर रख दिया. मायूमी हाचिया असल में जासूस थी. जिसेउत्तर कोरिया के तानाशाह किम इल संग के शहजादे किम जोंग इल ने भेजा था. क्या थीपूरी कहानी, चलिए जानते.