ये बात है साल 2010 की. 22 मई की तारीख. एक प्लेन एक्सीडेंट हुआ. एक्सीडेंट का कारण लैंडिंग करते हुए प्लेन ने देरी कर दी. रनवे की लम्बाई ढाई किलोमीटर थी. लेकिन प्लेन उतरा डेढ़ किलोमीटर के मार्क पर. ये बड़ी गलती थी. क्योंकि रुकने के लिए रनवे की लंबाई कम थी और आगे थी एक गहरी खाई. प्लेन गिरा और उसके टुकड़े हो गए. आधे लोग वहीं मारे गए, जो बचे, आग में जिंदा जल गए. हादसे की जांच हुई. कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर सुना गया तो उसमें दो आवाजें थी. एक फर्स्ट ऑफिसर और दूसरी पायलट की. हालांकि दोनों आवाजों में एक अंतर था. को-पायलट की आवाज में शब्द थे, जबकि पायलट की आवाज में सिर्फ खर्राटे. पूरी उड़ान के दौरान प्लेन का मुख्य पायलट सो रहा था. पूरा किस्सा जानने के लिए देखें वीडियो.