वो शख्स नहीं होता तो डायबटीज़ से पीड़ित लोगों को इन्सुलिन का इंजेक्शन न मिलता. नही हेपिटाइटिस बी जैसी बीमारियों की वैक्सीन बन पाती और न ही एलन मस्क इंसानी दिमागको कम्प्यूटर से जोड़ने की सोच पाते. ये सब कुछ संभव हो पाया एक भारतीय की बदौलत.लेकिन अफ़सोस की बात ये है कि हम में से अधिकतर लोगों को उसके बारे में नहीं पता.ये कहानी है एक ऐसे भारतीय वैज्ञानिक की जिसने अमेरिका की ताकतवर सरकार से टक्करली. और अंत में उसे झुकने पर मजबूर कर दिया. इतना ही नहीं उसने ईजाद किया एक ऐसाजीव जो समंदर में फैले तेल को पी सकता था. ये कहानी है डॉक्टर आनंद मोहन चक्रवर्तीकी.