किताबवाला: जेएनयू को ठुकराया, शादी छोड़ कैंची भागे कवि वीरेन डंगवाल ने 40 रुपये में जन्नत कैसे ख़रीदी?
किताब 'यही तुम थे' दिवंगत लेखक वीरेन डंगवाल की याद में लिखी गई है. इस किताब में वीरेन के जीवन और साहित्य में उनके अनेको योगदानों के बारे में बताया गया है.