म्याऊं का यह एपिसोड समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव से जुड़े हालिया विवाद परकेंद्रित है जहां एक मौलाना ने मस्जिद में दर्शन के दौरान उनके पहनावे को लेकरसार्वजनिक रूप से उन्हें शर्मिंदा किया था. लेकिन यह कोई अकेला मामला नहीं है.दिग्विजय सिंह से लेकर नरेंद्र मोदी, आज़म खान से लेकर संजय निरुपम तक, विभिन्नदलों और विचारधाराओं के राजनेताओं ने महिला नेताओं पर लैंगिक भेदभाव वालीटिप्पणियां की हैं. अक्सर महिला नेताओं को उनके रूप या चरित्र के आधार पर कमतर आंकाहै. 2023 में महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के बाद भी, 2024 की लोकसभा में महिलासांसदों के प्रतिशत में गिरावट देखी गई. ऐसा क्यों हो रहा है? महिलाओं को राजनीतिसे दूर क्या रखता है? ऐसी टिप्पणियां उन्हें और कैसे हतोत्साहित करती हैं? जानने केलिए देखें म्याऊं का ये एपिसोड.