तारीख: लैला खालिद, जिसकी AK47 वाली तस्वीर फिलिस्तीन रेजिस्टेंस मूवमेंट का सबसे बड़ा सिंबल बनी
चार साल की उस लड़की को उस दिन पता नहीं था , देश क्या होता है. लेकिन उस दिन के बाद उसने कभी संतरे को हाथ तक नहीं लगाया. जब वो बड़ी हुई, उसे एहसास हुआ कि जिसे मां अपना देश कहती थी, वो अपना नहीं है. अपने हिस्से के संतरे हासिल करने के लिए फिर एक रोज़ उस लड़की ने बॉम्ब उठाया.