किताबों से जुड़ी हमारी डेली सीरीज, किताबी बातें में आज कहानी कर्नाटक में पहलीगैर-कांग्रेसी सरकार बनाने वाले उस नेता की, जो पांच साल में तीन बार मुख्यमंत्रीबना. जिस पर अपने ही विधायकों की जासूसी और फोन टैपिंग के इल्जाम लगे. और वोक़िस्सा जब हेगड़े प्रधानमंत्री बनना चाहते थे. लेकिन जनता दल के दंगल में हार गए.और इसका आधार है, जीस रसेल और रोनाल्ड कोन की किताब, “रामकृष्ण हेगड़े”.