च्युइंग गम या बबल गम - एकदम नई चीज लगती है. लेकिन पुरात्तव शोध से पता चला है किकुछ 9 हजार साल पहले, उत्तरी यूरोप के लोग भोज के पेड़ की छाल चबाया करते थे. संभवतःदांत का दर्द मिटाने के लिए. ऐसे ही कुछ उदाहरण अलग अलग सभ्यताओं में मिलते हैं. जेनिफर मैथ्यूज़ अपनी किताब, Chicle: The Chewing Gum of the Americas में बतातेहैं कि एज़्टेक सभ्यता के लोग भी चिकल चबाया करते थे. बाकायदा उन लोगों ने च्युइंगगम चबाने के सामजिक नियम बनाए हुए थे. आज इन्हीं कहानियों के बारे में जानेंगे.क्या है च्युइंग गम का इतिहास, क्यों करते हैं हम जुगाली और इसकी शरुआत कैसे हुई.च्युइंग गम की पूरी कहानी जानने के लिए देखिए वीडियो.