विद्युत जामवाल की फिल्म 'यारा' के ट्रेलर में ऐसा क्या है, जो इसे इतना पसंद किया जा रहा है?
फिल्म 30 जुलाई 2020 को रिलीज़ होने जा रही है.

दोस्त और दोस्ती क्या है? इस सवाल का जवाब बॉलीवुड यदा-कदा देते आया है. फिल्में बना-बनाकर. लंबा इतिहास रहा है, उस पर नहीं जाएंगे. सीधे जाएंगे उस फिल्म पर, जो इस सवाल का नया जवाब देने के लिए आ रही है. फिल्म का नाम ही 'यारा' है. यारा यानी की दोस्त. फिल्म मल्टीस्टाटर है. और इसका ट्रेलर भी आ गया है. ट्रेलर कैसा है, क्या दिखा, कौन-कौन है, सारे सवालों का जवाब एक-एक करके.
फिल्म की कहानी क्या है?
ट्रेलर देखकर और इधर-उधर थोड़ा बहुत सर्च करने पर पता चला कि 'यारा' साल 2011 में आई फ्रेंच ड्रामा फिल्म 'अ गैंग स्टोरी' की रीमेक है. फ्रेंच फिल्म पर बात खत्म, अब 'यारा' पर बात शुरू करते हैं. भारत के उत्तरी इलाके की कोई जगह है. 1975 का साल है. इसी साल दोस्ती की मिसाल कायम करती फिल्म 'शोले' आई थी. लोग 'शोले' देख रहे थे और इधर चार पक्के दोस्तों का चौकड़ी गैंग धमाल मचा रहा था. चार दोस्त यानी फागुन, मितवा, रिज़वान और बहादुर. किस्मत ने इन्हें मिला दिया था. चारों को अपनी दोस्ती पर बड़ा नाज़ था.

चारों दोस्त एक साथ घूमते हुए दोस्ती एन्जॉय करते हुए.
चारों निडर, वफादार और होशियार थे. गैर कानूनी काम करते थे. मार-पीट, बंदूक-वंदूक से सगा रिश्ता था. कई सारे काम पुलिस की नाक के नीचे से कर जाते, लेकिन कभी पकड़ाई नहीं आते. फिर कुछ ऐसा हुआ कि पुलिस इन तक पहुंच गई. और इन्हें हो गई जेल. 20 साल बीत गए. दोस्ती में आ गई दरार. खासतौर पर फागुन और मितवा की दोस्ती में. लेकिन 20 साल बाद ये सब दोबारा मिले, तब, जब मितवा पुलिस के चंगुल में फंस गया. फागुन मदद के लिए आगे गया और टूटी हुई दोस्ती किसी तरह दोबारा जुड़ गई. चारों का कोई पुराना हिसाब-किताब अपने किसी दुश्मन से बाकी था, जिसे इन्हें पूरा करना था. अब क्या हिसाब-किताब था, दोस्ती में दरार क्यों पड़ी, क्या चारों में से किसी एक ने धोखा दिया था, क्यों दिया था, कैसे दोबारा दोस्ती हुई, इन सारे सवालों के जवाब फिल्म आने पर ही पता चलेंगे.
ट्रेलर कैसा है?
एक्शन, मार-धाड़ और क्राइम वाली फिल्मों के शौकीन लोगों को पसंद आएगा. पूरे ट्रेलर भर कई बार फायरिंग की आवाज़ सुनाई आएगी.
म्यूज़िक बेशक ऐसा है जो पूरे ट्रेलर में चार चांद लगाता है. पुराने ज़माने की हिंदी फिल्मों की याद दिलाता है. ज़ाहिर है, फिल्म की कहानी ही जब 1975 से शुरू हुई है, तो म्यूज़िक भी वैसा रखना ही था. फिल्म के किरदारों ने रंग बिरंगी शर्ट, बेल बॉटम पैंट और हाई नेक वाली टी-शर्ट पहनी हैं, जो उस टाइम का फैशन था. यानी टाइम को 45 साल पीछे ले जाने में की गई मेहनत ट्रेलर में दिखती है.

फिल्म के सीन में फायरिंग करते विजय वर्मा, अमित साद और विद्युत जामवाल के किरदार.
अगर डायलॉग्स की बात करें, तो आधे ट्रेलर तक किसी भी किरदार का कोई डायलॉग नहीं है, जो भी बताया बैकग्राउंड से आ रही एक आवाज़ ने बताया. सेकेंड हाफ में केवल चार लोग डायलॉग्स बोलते दिखते हैं. और ये डायलॉग्स भी सभी चारों दोस्तों ने नहीं केवल दो ने बोले हैं और बाकी दो फिल्म के दूसरे किरदारों के हैं. इनमें से एक फिल्म की हीरोइन का है, जिसकी थोड़ी बहुत झलक ट्रेलर में भी दिखी है, लेकिन ज्यादातर वो अपने हीरो को सपोर्ट करते ही नज़र आई है.
मशहूर शायर क़तील शिफ़ाई साहब का एक शेर ट्रेलर में मेंशन किया गया है. किसी किरदार ने बोला नहीं है, लिखित तरीके से पेश किया गया है,
"वो मेरा दोस्त है सारे जहाँ को है मालूमदगा करे वो किसी से, तो शर्म आए मुझे"
ये शेर उस वक्त ट्रेलर में डाला गया है, जब 20 बरस बाद फागुन अपने दोस्त मितवा से मिलने जाता है. खैर, ट्रेलर के हिसाब से इतना कहा जा सकता है कि पुराने ज़माने को नए रंग में देखने का और एक नई दोस्ती की कहानी का अच्छा अनुभव फिल्म से मिल सकता है.

फिल्म में श्रुति हसन भी हैं.
कौन-कौन काम कर रहा है?
चार दोस्तों को मिलाकर छह लोग अहम रोल में हैं.
विद्युत जामवाल- फागुन के रोल में हैं. ट्रेलर में एक्शन करते दिखे हैं. हीरोइन के साथ रोमांस करते भी नज़र आए हैं. यारा के अलावा विद्युत की एक और फिल्म 'खुदा हाफिज़' भी डिज़नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज़ होने वाली है. आखिरी बार 'कमांडो-3' में नज़र आए थे.
अमित साध- मितवा का रोल किया है. 'काय पो छे' फिल्म और 'ब्रीथ' सीरीज़ वाले. इस सीरीज़ का दूसरा सीज़न अभी-अभी एमेजॉन पर रिलीज़ हुआ है. 'शकुंतला देवी' फिल्म, जो डिज़नी प्लस हॉटस्टार पर आने वाली है, उसमें भी अहम रोल में हैं.
श्रुति हसन- सुकन्या के रोल में हैं. फागुन के साथ जोड़ी है. श्रुति तमिल, तेलुगु और हिंदी, तीनों भाषा की फिल्मों में काम कर चुकी हैं. 'रमैया वस्तावैया' में उनके सोना के रोल की काफी तारीफ हुई थी. अच्छी सिंगर भी हैं, कई फिल्मों के लिए गाने गा चुकी हैं.
विजय वर्मा- रिज़वान के रोल में हैं. कई तेलुगु और हिंदी फिल्मों में काम कर चुके हैं. 'गली बॉय' में रणवीर सिंह के किरदार मुराद के दोस्त बने हैं. 'सुपर 30' में एक स्टूडेंट का रोल किया है.
केन्नी बासुमतारी- बहादुर का रोल किया है. एक्टर हैं और कई असमी फिल्मों को डायरेक्टर भी कर चुके हैं. असम की 'लोकल कुंग फू' फिल्म को डायरेक्ट भी किया था और एक्ट भी किया था. वैसे तो IIT दिल्ली से कम्यूटर इंजीनियरिंग कर रहे थे, लेकिन बीच में ही छोड़कर असम के एक न्यूज़ चैनल को बतौर न्यूज़ रीडर जॉइन किया था. उसके बाद फिल्मों में करियर बनाने मुंबई आ गए.
संजय मिश्रा- चमन के रोल में हैं. ट्रेलर देखकर ये समझ आया है कि चमन वो किरदार है, जो चारों लड़कों को गैर कानूनी काम देता था और इन कामों को करने का तरीका बताता था. संजय मिश्रा कई फिल्मों और सीरियल में काम कर चुके हैं. कॉमेडी और सीरियस, दोनों ही तरह के रोल के लिए जाने जाते हैं. 'आंखों देखी' फिल्म के लिए बेस्ट एक्टर का फिल्म फेयर क्रिटिक्स अवॉर्ड भी मिल चुका है.

फिल्म के एक एक्शन सीन में विद्युत.
किसने बनाई है?
डायरेक्टर हैं तिग्मांशु धूलिया. वही अपने 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' के रामाधीर सिंह. तिग्मांशु एक अच्छे एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और स्क्रीनराइटर हैं. 'पान सिंह तोमर', 'साहेब बीवी और गैंग्स्टर' जैसी फिल्मों को डायरेक्ट कर चुके हैं.
फिल्म को सुनीर खेतरपाल के प्रोडक्शन हाउस एज्यूर एंटरटेनमेंट और तिग्मांशु धूलिया ने मिलकर प्रोड्यूस किया है.
कब और कहां आ रही है फिल्म?
30 जुलाई को रिलीज़ हो रही है. ZEE5 पर. 'यारा' फिल्म वैसे तो सिनेमाहॉल में रिलीज़ होने वाली थी, मई 2017 में. लेकिन तब रिलीज़ नहीं हो पाई. 'फिल्म फेयर' में अगस्त 2017 में छपी एक रिपोर्ट की मानें तो 'यारा' को उस वक्त कोई खरीददार नहीं मिला था. इस वजह से फिल्म की रिलीज़ अटक गई थी. खैर, अब ये फिल्म ZEE5 पर रिलीज़ हो रही है.
फिल्म जब आएगी, तब आएगी, अभी तो ट्रेलर देखिए-
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