मत्स्यराज को क्वालिटी टाइम बिताते देख इस ऋषि ने भी कर लीं 50 शादियां
बूढ़े हो चले सौभरि ऋषि राजा की बेटी से शादी करना चाहते थे. राजा बूढ़े ऋषि से अपनी बेटियों की शादी भी नहीं करना चाहते थे. और ऋषि को मना भी नहीं करना चाहते थे. राजा ने ऋषि के सामने शर्त रखी...
एक बार सौभरि नाम के एक तपस्वी नदी में नहा रहे थे. वहां उन्होंने मत्स्यराज को उनकी पत्नियों के साथ क्वालिटी टाइम बिताते देखा. मत्स्यराज के चेहरे पर सुकून देखकर सौभरि को फील हुआ कि अब उन्हें भी शादी कर लेनी चाहिए.वो गए राजा मांधाता के पास. राजा मांधाता की 50 बेटियां थीं. सौभरि ने उनके पास जा कर कहा कि एक लड़की का हाथ मेरे हाथ में दे दीजिये. सौभरि बूढ़े हो रहे थे. बाल पक गए थे और शरीर कांपता था. मांधाता को समझ में नहीं आया कि इनको मना कैसे किया जाय. तो उन्होंने बड़े प्यार से कहा कि हम स्वयंवर करवाएंगे. जो लड़की आपको पसंद करेगी आप उसी से शादी कर लेना.
सौभरि उनकी बातों का छिपा हुआ मतलब समझ गए. वो समझ गए कि मांधाता खेल रहे हैं हमसे. उन्होंने डिसाइड किया कि वो अपना ऐसा मेकओवर करेंगे कि शाहरुख-सलमान सब उनके आगे पानी कम चाय लगेंगे.ऐसा ही हुआ. स्वयंवर में सभी 50 लड़कियों ने उन्हें पसंद कर लिया. उनसे उनकी शादी भी हो गई. कई साल तक उन्होंने फैमिली लाइफ के खूब आनंद लिए.
एक दिन अकेले बैठे थे और उनके अंदर का फिलॉसफर जाग गया. तब उन्हें लगा कि बहुत सारा समय उन्होंने बिना भजन किए बिता दिया. गिल्ट में उन्होंने संन्यास ले लिया. उनकी पत्नियां भी उनके साथ जंगल में गईं. जंगल में उन्होंने खुद को आग में झोंक दिया. उनकी पत्नियां भी उनके साथ सती हो गईं.
श्रीमद्भागवत पुराण, नौवां स्कंध, छठा अध्याय