प्रो-कबड्डी की एंकर और बंगाली मॉडल सोनिका की मौत एक्सीडेंट थी या मर्डर?
कौन थी ये लड़की, जिसकी मौत की जांच के आदेश खुद ममता बनर्जी को देने पड़े?

सोनिका चौहान. 27 साल की मॉडल और टीवी एंकर, जिनकी 29 अप्रैल को कोलकाता में एक सड़क हादसे में मौत हो गई. सिलेब्रिटीज का नाम होने की वजह से मामले ने तूल पकड़ा, लेकिन सोनिका कुमार विश्वास के वीडियो, 'बाहुबली 2' की सफलता और अरविंद केजरीवाल पर रिश्वत के आरोप जैसे भारी-भरकम परदों के पीछे कर दी गईं. हादसा तड़के चार बजे के आसपास हुआ था, जब सोनिका एक पार्टी से अपने एक्टर दोस्ट विक्रम चटर्जी के साथ उनकी कार में लौट रही थीं. विक्रम पर आरोप है कि वह नशे में तेज गाड़ी चला रहे थे, जिसकी शिकार सोनिका हुईं. विक्रम ने कोर्ट में सरेंडर किया, लेकिन उन्हें एक हजार रुपए के बॉन्ड पर जमानत मिल गई.
सोनिका पर दो धड़े बंट गए हैं. एक विक्रम को निर्दोष बता रहा है और दूसरा दोषी.
पर ये सोनिका चौहान हैं कौन? जिनके लिए तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ'ब्रायन फेसबुक पोस्ट लिखते हैं. सोनिका की फोटो को अपनी प्रोफाइल पिक्चर बनाते हैं. कौन हैं सोनिका, जिनके लिए खुद पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री की बेटी पूरी सरकार को घेर लेती है. कौन हैं सोनिका, जिनके लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को खुद जांच के आदेश देने पड़ते हैं. आइए बताते हैं.
2013 में मिस दीवा से पॉपुलर हुईं सोनिका
सोनिका 2013 में लाइम लाइट में आई थीं, जब उन्होंने मिस दीवा कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया, जिसमें वह गोवा को रिप्रेजेन्ट कर रही थीं. वह टाइटल तो नहीं जीत पाईं, लेकिन मिस पॉपुलर अवॉर्ड उनके खाते में आया. वह आखिरी राउंड तक गईं, लेकिन कुछ गलतियां उन्हें भारी पड़ गईं. इसके बाद मॉडलिंग इंडस्ट्री में उन्हें हाथों-हाथ लिया गया. सोनिका अपने बिजनेस करने वाले दोस्तों के ब्रांड भी एंडोर्स करती थीं.

सोनिका की फेसबुक प्रोफाइल पर मिस दीवा 2013 की फोटो
कबड्डी में ग्लैमर लाने वाली लड़की
सोनिका अब तक तीन टीवी चैनलों पर चार शोज की एंकरिंग कर चुकी थीं. इन शोज में एक ऑटोमोबाइल शो भी है, जो NDTV चैनल पर टेलिकास्ट होता था. यह सोनिका के लिए माइलस्टोन जैसा था. स्टार नेटवर्क पर टेलिकास्ट होने वाली प्रो कबड्डी लीग में ग्लैमर लाने वाली सोनिका ही थीं. वह इस इवेंट की मेन एंकर थीं. इनके फैन्स इन्हें IPL की एंकर मयंती लेंगर और अर्चना विजय से बेहतर बताते हैं. वह चैनल वी पर वीजे भी रहीं.

प्रो कबड्डी लीग में एंकरिंग करतीं सोनिका
क्या है गाड़ी चलाने वाले विक्रम चटर्जी की हिस्ट्री
एक्टर विक्रम को हादसे के बाद आसानी से हॉस्पिटल में एडमिट कर लिया जाना, उन्हें महज हजार रुपए के बॉन्ड पर रिहा कर दिया जाना और अगली सुनवाई के लिए चार महीने बाद की तारीख दिया जाना हजम नहीं होता. इन्हीं वजहों से वह सोनिका के दोस्तों और सोशल मीडिया के निशाने पर हैं.

बेल मिलने के बाद विक्रम चटर्जी
विक्रम की आखिरी फिल्म 'खोज' को कई फिल्म फेस्टिवल्स में दिखाया गया था. उन्होंने 'एलार चार अध्याय' और 'आमी और अमार गर्लफ्रेन्ड्स' में काम किया है. हादसे के हफ्ते भर बाद एक इंग्लिश न्यूज चैनल ने विक्रम की एक फोटो रिलीज की, जिसमें वह हाथ में शराब का ग्लास पकड़े थे. यह तस्वीर उसी पार्टी की थी, जहां से सोनिका और विक्रम साथ निकले थे.

सोनिका के साथ विक्रम
सोनिका के लिए मंत्री की बेटी ने सरकार को घेरा
पश्चिम बंगाल सरकार में उपभोक्ता मामलों के मंत्री साधन पांडे की बेटी श्रेया पांडे ने राज्य सरकार की क्षमता और मंशा पर सवाल उठाया है. सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में ताजा हालात की वजह से सोनिका के लिए इंसाफ मांगते हुए श्रेया ने कहा कि उसके दोस्तों को समझना चाहिए कि कल को अगर उसके साथ ऐसी कोई घटना होती है, तो उसे भी इन्हीं चीजों से गुजरना पड़ेगा. श्रेया तृणमूल कांग्रेस की कई रैलियों में शामिल रही हैं और अपने पापा के साथ इलेक्शन कैंपेनिंग करती थीं.

चुनाव प्रचार में पिता साधन पांडे के साथ श्रेया पांडे
विक्रम ने शराब पी थी या नहीं
विक्रम खुद को निर्दोष बता रहे हैं. उनके मुताबिक उन्होंने गाड़ी चलाने से पहले शराब नहीं पी थी. विक्रम के वकील राजदीप मजूमदार का कहना है कि विक्रम खुद भी घायल हुए हैं, यह एक हादसा था. लेकिन कार लड़ने के बाद विक्रम की मदद करने वाले पहले शख्स का कुछ और ही कहना है. एक्सीडेंट के बाद विक्रम ने सबसे पहले वहीं कुछ दूर खड़े एक रिक्शा चलाने वाले कली सिंह को पास बुलाया था. कली ने ही सोनिका को गाड़ी से निकालने में मदद की थी.

हादसेे के बाद विक्रम चटर्जी की गाड़ी की हालत
कली के मुताबिक, 'वो लड़की उसी समय मर गई थी. उसकी सांसें नहीं चल रही थीं. जिस लड़के ने मुझे मदद के लिए बुलाया था, वह भयंकर नशे में था. वह सीधा खड़ा भी नहीं हो पा रहा था.' सोनिका की एक दोस्त सतरूपा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में विक्रम पर हत्या का आरोप लगाते हुए लिखा कि विक्रम की गाड़ी के एयरबैग भी सोनिका को नहीं बचा पाए, क्योंकि उसने गाड़ी एक तरफ झुका दी थी.

एक्सीडेंट के बाद विक्रम की गाड़ी
डेरेक ओ'ब्रायन क्या कह रहे हैं
सदन में टीएमसी सरकार के नेता और टीएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ'ब्रायन ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर सोनिका की फोटो लगाई है. सोनिका की मौत पर उन्होंने एक लेख भी लिखा, जिसे कई मीडिया संस्थानों ने प्रकाशित किया. लेख में डेरेक ने सोनिका के परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए कहा कि सोनिका '27 क्लब' में शामिल हो गईं, जिसमें जिमी हेंड्रिक्स, जिम मॉरिसन और एमी वाइनहाउस जैसे सदस्य हैं. '27 क्लब' इन्हीं सिंगर्स के फैन्स का दिया नाम है, जो संयोगवश 27 साल की उम्र में गुजरे.

सोनिका चौहान के साथ डेरेक ओ'ब्रायन
डेरेक ने अपनी पोस्ट में बताया कि सोनिका की मां शेनोल और और पिता विजय ने 'सोनिका 27 फाउंडेशन' बनाने का फैसला लिया है, ताकि लड़के-लड़कियों की अलग-अलग तरह से मदद की जा सके, उनकी जिंदगी को सुधारा जा सके. डेरेक ने सोनिका को 'Chindu' बताया. यह शब्द 'क्रिश्चियन' (Christian) और 'हिंदू' (Hindu) को मिलाकर बना है, जो ऐसे लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो इंटर-रिलीजन शादी की संतान होते हैं. सोनिका की मां शेनोल ईसाई हैं और पिता विजय सिंह हिंदू.
डेरेक की फेसबुक पोस्ट:
ऐसा है सोनिका के घर का माहौल
सोनिका के पिता विजय डेरेक ओ'ब्रायन के दोस्त हैं. विजय घोड़ों का बिजनेस चलाते हैं और नामी हॉर्स ट्रेनर हैं. विजय के पिता यानी सोनिका के दादा जगदीश जॉकी थे. सोनिका के घर में गणेश और क्राइस्ट की पूजा साथ होती है. मदर मेरी और मां काली की पूजा साथ होती है.

मां शेरोन (बाएं), पिता विजय सिंह और सोनिका (दाएं)
सोनिका के हादसे वाले मामले में अब तक का अपडेट
कार जब्त करने के बाद कोलकाता पुलिस ने उन तीन क्लबों के CCTV फुटेज सीज कर दिए हैं, जहां सोनिका और विक्रम हादसे से पहले गए थे. पुलिस जांच कर रही है कि विक्रम ने शराब पी थी या नहीं. क्लब में काम करने वाले लोगों के अलावा सोनिका और विक्रम के दोस्तों और उस रात पार्टी में मौजूद अधिकतर लोगों के बयान दर्ज कराए जा चुके हैं. पुलिस एक्सीडेंट वाली गाड़ी के एयरबैग भी सीज कर चुकी है. पुलिस ने सोनिका के एक दोस्त अनिंदो का बयान दर्ज किया था, जिसके बाद उनसे पूछताछ की गई. इसमें 'सोनिका को जानने', 'शराब किसने पी', 'क्या सोनिका मर्जी से गईं' और 'बिल किसने भरा' जैसे सवाल थे.
हादसे के 10 दिनों बाद भी विक्रम की मेडिकल रिपोर्ट का कहीं कोई जिक्र नहीं है. विक्रम के वकील के मुताबिक उनके सिर में पांच टांके लगे हैं. ऐसे में अगर वह हादसे के बाद सीधे हॉस्पिटल गए, तो यकीनन उनका मेडिकल हुआ होगा. रिक्शा खींचने वाले का बयान है कि विक्रम नशे की वजह से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे यानी वह कई घंटों बाद तक नशे में रहे होंगे. इसके बावजूद डॉक्टरों के हवाले से विक्रम के नशे में होने या न होने का कोई जिक्र नहीं है.

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