जिन मेरी कॉम को पूरा देश हीरो मानता है, वो एक जूनियर का करियर बर्बाद करने पर तुली हैं?
लंबे वक़्त से तेलंगाना की युवा बॉक्सर परेशान हैं. दावा है कि मेरी कॉम किसी को आगे नहीं बढ़ने देतीं.
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पूर्व जूनियर वर्ल्ड चैंपियन बॉक्सर निखत ज़रीन ने खेल मंत्री किरण रिजिजू को लेटर लिखा है. इस लेटर में निखत ने लेजेंडरी बॉक्सर एम सी मेरी कॉम की शिकायत की है. निखत ने लिखा है कि वह अगले साल के ओलिंपिक्स से पहले ट्रायल चाहती हैं. तेलंगाना की निखत का कहना है कि वह नहीं चाहती कि बिना ट्रायल के ओलिंपिक्स क्वॉलिफायर्स के लिए जाने वाली बॉक्सिंग टीम का सेलेक्शन हो. निखत की इस मुहिम को ओलिंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत के एकमात्र गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा का भी समर्थन मिला है.
मेरी कॉम ने हाल ही में खत्म हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था. यह उनका वर्ल्ड चैंपियनशिप का कुल आठवां और 51Kg कैटेगरी में पहला मेडल है. वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए मेरी कॉम का सेलेक्शन बिना ट्रायल्स के हुआ था. बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI)ने वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए पहले से तय ट्रायल्स को कैंसल कर मेरी कॉम को भेजा था. इसके पीछे मेरी कॉम के हालिया प्रदर्शन का हवाला दिया था.
अब रिपोर्ट्स का दावा है कि BFI ओलिंपिक क्वॉलिफायर्स के लिए भी यही प्लान कर रहा है. पहले के फैसले के मुताबिक सिर्फ गोल्ड या सिल्वर मेडलिस्ट को ओलिंपिक के लिए डायरेक्ट टिकट मिलता. लेकिन अब इसे बदलते हुए ब्रॉन्ज़ मेडलिस्ट मेरी कॉम को टोक्यो 2020 ओलिंपिक्स के क्वॉलिफायर्स में भेजने की तैयारी है.
रिजिजू से शिकायत
अगले साल फरवरी में चाइना में होने वाले क्वॉलिफायर्स से पहले निखत ने खेल मंत्री को लेटर लिख दिया है. निखत ने लिखा,
'श्रीमान, खेल की सबसे बेसिक बातें फेयरप्ले और हर बार खुद को साबित करना होती हैं. यहां तक कि ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट को भी अगली बार देश का प्रतिनिधित्व करने से पहले लड़कर क्वॉलिफाई करना होता हैं. मैं मेरी कॉम से तब से प्रभावित हूं जब मैं एक टीनेजर थी. इस प्रेरणा के साथ मैं सबसे बेहतर न्याय उनके जैसी एक महान बॉक्सर बनकर ही कर सकती हूं. मेरी कॉम इस खेल में बहुत बड़ी लेजेंड हैं. उन्हें कंपटिशन से छिपने और अपना ओलंपिक क्वॉलिफिकेशन डिफेंड करने से बचने की जरूरत नहीं है. यहां तक कि 23 बार के गोल्ड मेडलिस्ट माइकल फेल्प्स को भी हर बार ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाई करना पड़ा था, हमें भी यही करना चाहिए.'
इस मसले पर मेरी कॉम का कहना है कि वह BFI की गाइडलाइंस का पालन करेंगी. अगर उन्हें ट्रायल्स के लिए उतरना पड़ा तो वह जरूर उतरेंगी. सपोर्ट में बिंद्रा निखत के लेटर के बाद मामला बड़ा होता दिख रहा है. अभिनव बिंद्रा ने भी इस मसले पर निखत का समर्थन किया है. बिंद्रा ने निखत की चिट्ठी को कोट करते हुए ट्वीट किया, 'मैं मेरी कॉम की पूरी इज्जत करता हूं लेकिन सच्चाई यह है कि एक एथलीट का जीवन ही सबूत देने में बीतता है. सबूत कि हम आज भी कल जितने अच्छे हैं. कल से बेहतर हैं. कल के लोगों से बेहतर हैं. खेल में कल की गिनती नहीं होती.'All I want is a fair chance.If I'm not given the opporunity to compete what am I training for. Sports is about FairPlay & I dont want to loose faith in my country.Jai Hind @KirenRijiju @RijijuOffice #AjaySingh @Media_SAI @DGSAI @BFI_official @kishanreddybjp @PMOIndia #TopsAthlete pic.twitter.com/t1ie62tMJy
— Nikhat Zareen (@nikhat_zareen) October 17, 2019
While I have all the respect for Marykom , Fact is ,an athletes life is an offering of proof. Proof that we can be as good as yesterday. Better than yesterday. Better than tomorrows man /woman. In sport, yesterday NEVER counts. https://t.co/B0MBT3HFU0 — Abhinav Bindra OLY (@Abhinav_Bindra) October 17, 2019मेरी का गुस्सा बताते चलें कि मेरी कॉम और निखत के बीच चीजें बहुत अच्छी नहीं हैं. इसी साल गुवाहाटी में हुए इंडिया ओपन के दौरान भी मेरी कॉम को निखत पर गुस्सा आ गया था. टूर्नामेंट के सेमी-फाइनल मैच से पहले निखत ने कहा था कि वह अपनी ‘आइडल’ से भिड़ने के लिए उत्साहित है. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया था कि वह मैच में अपने दिमाग का इस्तेमाल कर मेरी को कड़ी टक्कर देंगी। निखत के इन कमेंट्स से सीनियर बॉक्सर मेरी कॉम भड़क गई थीं. निखत को हराने के बाद मेरी कॉम ने कहा, ‘मेरे लिए हर बाउट नई है. मुझे तो पता भी नहीं है कि यह लड़की कौन है. मैं कई साल से बॉक्सिंग कर रही हूं. मैं क्लियर करना चाहती हूं कि मुझे यह सब नहीं चाहिए. अखबार में पढ़ा कि वह मुझे चैलेंज कर रही है.’ मेरी ने आगे कहा, ‘पहले आप खुद को रिंग में प्रूव करिए और फिर मेरे खिलाफ बोलिए। उसने बस एक इंटरनेशनल मेडल जीता है और इतने में ही इतना ईगो और एटिट्यूड! ये लोग गर्वीले और संतुष्ट हो जाते हैं. यह बहुत बुरी आदत है. मैं कितने साल से देश के लिए खेल रही हूं! मैंने कितनी बार खुद को प्रूव किया है! नम्रता के साथ मैं कहना चाहूंगी कि वे बहुत लकी हैं कि मेरे खिलाफ खेल पा रहे हैं. उन्हें ज्यादा अनुभव मिलेगा. मैं अखबार में उसके कमेंट्स पढ़कर काफी आश्चर्य में थी. यह बहुत इरीटेटिंग है. ये ऐसा कैसे बोल सकती है?'