ख़ुद को भगवान कहने वाले रेप के आरोपी, भगोड़े बाबा ने अपना देश बना लिया है, लिटरली
इनका झंडा देखकर हंसी छूट जाएगी.
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नित्यानंद बलात्कार का आरोपी है. उसके ऊपर कई केस चल रहे हैं. वो देश से भागा हुआ है. अब ख़बर आई है कि उसने लैटिन अमेरिका में एक द्वीप खरीदा और उसे एक मुल्क बनाने का ऐलान कर दिया. इस देश का नाम है- कैलाश. नित्यानंद ख़ुद को भगवान शिव की तरह प्रॉजेक्ट करता है. ऐसे में 'कैलाश' मतलब शिव का घर (फोटो: Kailaasa.org)
रेप आरोपी बाबा नित्यानंद उर्फ़ जनार्दन शर्मा. जो सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देकर देश छोड़ भाग गया. अब ख़बर आई है कि नित्यानंद ने अपना एक देश बना लिया है. इसका नाम रखा है- कैलाशा. ये एक हिंदू राष्ट्र है. इसका राष्ट्रीय जानवर है नंदी. हिंदू मानते हैं कि शिव के बैल का नाम नंदी है. 'कैलाशा' का अपना पासपोर्ट है. अपना झंडा भी है, जिसपर नित्यानंद की तस्वीर के साथ नंदी बैल दिखता है. झंडे पर नित्यानंद को भगवान शंकर के अंदाज़ में दिखाया गया है. और नंदी उसकी उपासना कर रहा है. अर्थव्यवस्था में इनके गोल्स हैं एक धार्मिक इकॉनमी तैयार करना. ये किस तरह की इकॉनमी होगी, राम ही जाने.'कैलाशा' की वेबसाइट पर जाने के लिए यहां क्लिक कीजिए.
कहां है ये 'देश'? ख़बरों के मुताबिक, नित्यानंद ने लैटिन अमेरिका में इक्वाडोर के पास एक द्वीप खरीदा. और ऐलान किया कि ये उसका देश है. इस 'कैलाशा' की अपनी एक वेबसाइट भी है- kailaasa.org. विकिपीडिया पर भी नित्यानंद के नाम का अपना पेज है- नित्यानंदपीडिया. 'कैलाशा' की वेबसाइट के मुताबिक, ये धरती का सबसे महान हिंदू राष्ट्र है. 'कैलाशा' का दावा है कि वो दुनियाभर के हिंदुओं को, फिर चाहे वो किसी भी नस्ल, लिंग, संप्रदाय या जाति से हों, एक सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराएगा. उन्हें एक ऐसा देश देगा, जहां वो शांति से रहकर बिना किसी तरह की हिंसा या दखलंदाजी के अपनी संस्कृति और कला का पालन कर सकते हैं. बिना किसी रोक-टोक के अपनी आध्यात्मिकता का इज़हार कर सकते हैं.
पढ़ें: क्या देश छोड़कर भाग गया है बच्चों के शोषण का आरोपी स्वामी नित्यानंद?
ये पासपोर्ट की तस्वीर है. वेबसाइट पर सरकार नाम का अलग टैब है. इसके अंदर अलग-अलग विभागों और एजेंसियों की जानकारी दी हुई है. वेबसाइट पर डोनेशन देने का भी विकल्प है. और, कोई चाहे तो वो 'कैलाश' जॉइन भी कर सकता है (kailaasa.org)क्या मकसद बताया है अपना देश बनाने का? ये अपनी सरकार, अपनी कैबिनेट होने की भी बात कह रहे हैं. इनके विभाग बताए गए हैं- डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट, डिपार्टमेंट ऑफ टेक्नॉलजी, डिपार्टमेंट ऑफ एनलाइटेंड सिविलाइज़ेशन, डिपार्टमेंट ऑफ ह्युमन सर्विसेज़, डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स वगैरह वगैरह. 'कैलाशा' वेबसाइट के मुताबिक, यहां की आधिकारिक भाषाएं हैं- अंग्रेजी, हिंदी और तमिल. इनका कहना है दुनिया का कोई भी हिंदू यहां की नागरिकता पा सकता है. वेबसाइट पर बताया गया है कि 'कैलाशा' बनाने का मकसद बस इतना नहीं कि सनातन धर्म की रक्षा की जाए. बल्कि ये दुनिया को ये भी बताना चाहते हैं कि किस तरह हिंदुओं का उत्पीड़न हो रहा है.
'कैलाशा' की वेबसाइट पर लिखा है-
कैलाशा बिना सरहदों वाला एक मुल्क है. इसे दुनियाभर के उन हिंदुओं के लिए बनाया गया है, जो बेदखल कर दिए गए हैं. जिनसे उनके अपने देश में सही तरह से हिंदू धर्म मानने का अधिकार छीन लिया गया है.'कैलाशा' के मुताबिक, ये हर किसी के लिए मुफ़्त शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और यहां तक कि सबके लिए मुफ़्त खाना चाहते हैं. इनका एक मकसद मंदिर आधारित जीवनशैली को फिर से व्यवहार में लाना भी है. मतलब ऐसा जीवन, जो मंदिर और इसकी गतिविधियों के इर्द-गिर्द घूमता हो.
'कैलाशा' के राष्ट्रीय प्रतीकों की एक छोटी सी लिस्ट देख लीजिए-
राष्ट्रीय फूल- कमलराष्ट्रीय पशु- नंदीराष्ट्रीय पक्षी- शारबमराष्ट्रीय चिह्न- परमशिवा, पराशक्ति, नित्यानंद और नंदीराष्ट्रीय पेड़- बरगदराष्ट्रीय बैंक- रिज़र्व बैंक, जहां क्रिप्टोकरंसी मान्य होगी.
सारी चीजें, नाम भी प्रतीकात्मक हैं. जैसे- कैलाश. वो मिथकीय जगह, जिसे शिव का घर बताया जाता है. ये तस्वीर देखिए. जैसे शिव के मंदिर में नंदी की पॉजिशन होती है, वैसे ही यहां नंदी को नित्यानंद की आराधना में लीन दिखाया गया है. ये झंडा है नित्यानंद के इस कथित देश का (फोटो: Kailaasa.org)अरेस्ट हुआ, फिर जमानत पर छूटा अपनी उस 'कैलाशा' की दुनिया से बाहर नित्यानंद का सच ये है कि वो बलात्कार का आरोपी है. देश से भागा हुआ है. नित्यानंद और विवाद, दोनों लंबे समय से साथ-साथ चल रहे हैं. 2010 में उसकी एक कथित सेक्स CD आई थी. इसमें वो अरेस्ट भी हुआ था. बाद में जमानत पर छूटकर बाहर आया. साल 2012 में रेप के आरोप लगे. उसका ट्रायल चल ही रहा है. गुजरात में भी उसके ऊपर क्रिमिनल केस है. अपने आश्रम के अंदर नाबालिग लड़के-लड़कियों को बंधक बनाने और उन्हें टॉर्चर करने के आरोप में.
देश से कब भागा? पुलिस का मानना है कि शायद नित्यानंद 2018 के आख़िरी महीनों में भारत छोड़कर भाग गया. नित्यानंद का पासपोर्ट सितंबर 2018 में एक्सपायर हो गया था. उसने इसे रीन्यू करवाने की अपील की थी, मगर वो ख़ारिज़ हो गई थी. ऐसे में सोचने वाली बात ये है कि बिना पासपोर्ट के वो देश छोड़कर कैसे भाग पाया? ऐसी अटकलें लगाई गईं कि वो नेपाल के रास्ते विदेश भागा. कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया था कि वो त्रिनिदाद ऐंड टोबैगो में है. मगर विदेश मंत्रालय का कहना था कि उनके पास कोई औपचारिक जानकारी नहीं है इस बारे में.
ये रही 'कैलाश' की कंट्री प्रोफाइल. ये 200 करोड़ हिंदुओं की आबादी वाला देश होने का दावा कर रहा है. ये शायद दुनियाभर के हिंदुओं को मिलाकर गिनी गई संख्या है (फोटो: Kailaasa.org)नित्यानंद कहता है, वो भगवान है. काफी ऊल-जुलूल दावे भी करता है. जैसे ये कि वो एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाएगा, जिसकी मदद से गाय, बंदर और शेर संस्कृत और तमिल बोलेंगे. एक ये दावा भी कि उसके पास ऐसी चामत्कारिक शक्ति है कि वो गाय, बंदर और शेर के अंदर इंसानों वाले अंग विकसित कर सकता है. एक विडियो वायरल हुआ था उसका, जिसमें वो कह रहा था कि उसने सूरज को 10 मिनट तक उगने से रोके रखा.
नित्यानंद फिर किस मामले में चर्चा में और क्या कर रही पुलिस और गुजरात सरकार?

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