Lotus Biscoff की कहानी, जिसे खाने के चक्कर में विमान यात्री अपना सामान तक छोड़ गए थे
1932 में बेल्जियम के एक छोटे से कस्बे की एक बेकरी में बना Lotus Biscoff आज सिर्फ एक बिस्किट नहीं है. मतलब ये शेक्स में भी इस्तेमाल होता है. केक और आइसक्रीम भी बनती है. इतना ही नहीं, इसका बटर भी बनता है जिसे ब्रेड समेत कई चीजों में लगाकर खाया जाता है.

फ्लाइट से उतरकर आप और हम क्या करते हैं? अपना लगेज ढूंढते हैं या टैक्सी की तलाश करते हैं. मगर साल 1986 में अमेरिकी डेल्टा एयरलाइन की एक फ्लाइट जब यूरोप से अमेरिका आई तो सारे यात्री अपना लगेज छोड़ एक बिस्किट खोज रहे थे. ये बिस्किट उनको फ्लाइट में कॉफी के साथ दिया गया था. 30,000 फीट की ऊंचाई पर जहां स्वाद ढंग से नहीं मिलता वहां ये बिस्किट सबकी जुबान पर चढ़ गया था. ये शुरुआत थी इस बिस्किट के ग्लोबल मार्केट में उड़ने की. आज अकेले डेल्टा एयरलाइन साल के 8 करोड़ बिस्किट अपने यात्रियों को सर्व करती है. आज इसी बिस्किट या Biscoff को अपन भी ‘खाएंगे’.
1932 में बेल्जियम के एक छोटे से कस्बे की एक बेकरी में बना Lotus Biscoff आज सिर्फ एक बिस्किट नहीं है. मतलब ये शेक्स में भी इस्तेमाल होता है. केक और आइसक्रीम भी बनती है. इतना ही नहीं, इसका बटर भी बनता है जिसे ब्रेड समेत कई चीजों में लगाकर खाया जाता है.
एक दिलचस्प बात बताते. Lotus Biscoff के नाम से लगता है जैसे इसका टेस्ट कॉफी वाला होगा. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. फिर ये नाम कैसे पड़ा उसके लिए जरा Jan Boone Sr का तारुफ़ कराते हैं.

Jan Boone Sr एक बेकर थे जिन्होंने साल 1932 में अपना खुद का ‘Speculoos’ बनाने का सोचा. लैटिन में बिस्किट को इसी नाम से जानते हैं. अब बिस्किट कोई नई चीज तो थी नहीं इसलिए उन्होंने 'कीप इट सिंपल' वाला फॉर्मूला अपनाया. मतलब बहुत कुछ मिक्स नहीं करके आटा, शक्कर, दालचीनी जैसे नेचुरल प्रोडक्ट से Speculoos या कुकीज बना दिया. Lotus नाम के पीछे भी यही वजह थी. माने एकदम शुद्ध.

प्रोडक्ट हिट हुआ, मगर असल बदलाव आया साल 1950 में. बेकर बून ने पैकेट की जगह एक-एक पीस पैक करके इनको बेचना चालू किया. कॉफी शॉप वालों ने इसको हाथोंहाथ लिया और डिमांड बेल्जियम से बाहर निकलकर यूरोप के देशों तक पहुंच गई. क्योंकि बाहर के देशों में Speculoos शब्द बहुत ही कम जाना जाता था और 'Biscuit’ शब्द यूनिवर्सल था तो नाम रखा गया Biscoff.

Biscoff का नया बेकर
80 के दशक के मध्य में Michael McGuire नाम के एक अमेरिकी फूड बेकर यूरोप गए. वहां उन्होंने Biscoff को चखा. ठीक उसी समय डेल्टा एयरलाइन ऐसे किसी स्नैक्स की तलाश में थी जो साइज में छोटा, मगर दिखने में एकदम मजबूत हो. हवा में उसका स्वाद भी बना रहे क्योंकि high-altitude पर हमारी स्वाद और सूंघने की क्षमता कम हो जाती है. Biscoff इसमें हर तरीके से फिट हुआ. आगे क्या हुआ वो हमने आपको बता दिया.

साल 2007 में बेल्जियम के एक टीवी शो De Bedenkers (The Inventors) में Els Scheppers नाम की महिला पहुंचीं. इनको फूड के साथ फ्यूज़न का शौक था. एल्स शेपर्स ने Biscoff से क्रीम वाला बटर बना दिया. उनकी रेसिपी हिट रही और वो फाइनल तक पहुंचीं. शेपर्स पर नजर पड़ी बून परिवार की. दोनों ने मिलकर बिस्कॉफ को बाजार में उतारा. आगे ऐसे ही शेक्स केक और आइसक्रीम भी आ गई.

बहुत हुई कहानी. अब चलते हैं इसे खाकर देखने. चाट भी सकते हैं.
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