भारत में जन्मे अनीश कपूर की चीन ने क्यों की नकल?
अनीश के काम की जित्ती तारीफ होती है, आलोचना भी उत्ती ही होती है. ये रही वजहें.
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क्रेडिट: Reuters
हर मामले में खुद को तुर्रम खां बताने वाले चीन ने अनीश कपूर के क्लाउड गेट की नकल की. अनीश के क्लाउड गेट को देखकर चीन भी एक फर्जी सा स्टेनलेस स्टील का गेट बना रहा है. लॉजिक है नकल नहीं की, अनीश के क्लाउड गेट में बादल दिखता है और हमारे में जमीं दिखती है.अनीश की एक कलाकृति 'क्वींस वेजाइना' के बाद भी खूब बवाल मचा. स्टील और पत्थर से 60 मीटर लंबी और 10 मीटर ऊंची इस मास्टर पीस को अनीश ने पैलेस ऑफ वर्सेली में लगाया. जगह को नाम दिया गया डर्टी कॉर्नर. इसी पैलेस में अनीश ने लाल रंग के वैक्स से अपनी कला का एक और नमूना पेश किया, जिसका खून और ऑर्गेजम से रिलेटेड बताया गया. अनीश ने डर्टी कॉर्नर का मतलब समझाते हुए कहा कि इसका संबंध साफ तौर पर सेक्स और वैभव से है. वेजाइना ऑफ क्वीन का अर्थ शक्ति हासिल करने से है. लंदन की रॉयल अकेडमी के बाद अनीश की 'शूटिंग एट द कॉर्नर' को मुंबई में प्रदर्शित किया. 2008-09 में बनी 'शूटिंग एट द कॉर्नर' अतीत, वर्तमान और भविष्य के कॉन्सेप्ट पर आधारित थी. अनीश की लोकप्रियता और कलाकारी कुछ ऐसी है कि अब से करीब 24 साल पहले 1991 में उन्हें प्रतिष्ठित टर्नर पुरस्कार से नवाजा गया था.