महिला नेता चाहे किसी भी पार्टी की क्यों ना हो, हमला हमेशा चरित्र पर होता है! ये रहे 5 सबूत
महिलाओं के लिए आपतिजनक और उनके चरित्र पर सवाल उठाने वाले बयान देने वाले नेताओं की लिस्ट में PM Modi से लेकर Lalu Yadav तक के नाम शामिल हैं. यहां तक कि Kangana Ranaut से लेकर Supriya Shrinate जैसी महिला नेताओं के नाम भी इस तरह की बयानबाजियों में आ चुके हैं. किसी भी पार्टी के नेता ऐसी बयानबाजी में पीछे नहीं.
कंगना रनौत (Kangana Ranaut) को BJP ने हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया. इसके बाद कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) के सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट किया गया. पोस्ट में बॉलीवुड अभिनेत्री और राजनेता रनौत पर निशाना साधा गया. पोस्ट में उनकी तस्वीर लगी थी. कैप्शन आपत्तिजनक था. इसमें कंगना रनौत का चरित्र हरण किया गया था. हालांकि, बाद में इस पोस्ट को डिलीट कर लिया गया और श्रीनेत ने इस मामले में सफाई भी दी.
नेताओं के द्वारा महिलाओं और महिला नेताओं के चरित्र पर सवाल उठाने का ये कोई पहला मौका नहीं है. ऐसी घटनाओं का किसी एक पार्टी से भी कोई लेना-देना नहीं है. नेता किसी भी पार्टी से हो, हमला हमेशा महिलाओं के कैरेक्टर पर किया गया है. यहां हम ऐसे ही कुछ मामलों की बात करेंगे.
Sunanda Pushkar को कहा, ‘50 करोड़ की गर्लफ्रेंड’साल 2012 का अक्टूबर महीना. हिमाचल प्रदेश में एक चुनावी रैली में कांग्रेस नेता शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर पर निशाना साधा गया था. पुष्कर को थरूर की ‘50 करोड़ की गर्लफ्रेंड’ कहा गया. थरूर तब कांग्रेस सरकार में मंत्री बनाए गए थे. बयान कुछ इस तरह से थे-
"भाइयों-बहनों बता दीजिए. इस देश ने कभी किसी की 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड देखी है? 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड, इस गरीब देश में. और उस समय माहौल इतना खराब हो गया कि उनसे इस्तीफा ले लिया गया. अभी भी वो मामले ऐसे के ऐसे लटके हुए हैं. कल भी उनको फिर से एक बार मंत्री बनाकर के बाइज्जत बरी कर दिया गया."
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ये बयान था गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का. उन्होंने खुले मंच से बिना नाम लिए सुनंदा पुष्कर को ‘50 करोड़ की गर्लफ्रेंड’ कह दिया था.
अपनी ही पार्टी की नेता पर टिप्पणी!25 जुलाई 2013. मंदसौर, मध्यप्रदेश. सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने अपनी ही पार्टी की नेता और मंदसौर सांसद मीनाक्षी नटराजन को ''सौ टंच माल'' कह दिया. दिग्विजय बोले,
'हमारी सांसद मीनाक्षी नटराज एक ईमानदार गांधीवादी नेता हैं. लगातार अपनी लोकसभा में दौरा करती रहती हैं. मैंने राजनीति में बहुत वक्त बिताया है. मीनाक्षी जी सौ टंच माल हैं.'
टीवी पर जब इस बयान का क्लिप चला, तो वीडियो में कुछ कांग्रेस नेता भी दिग्विजय की इस बात से असहज नज़र आए. भाजपा की ओर से तब कहा गया था कि दिग्विजय अपना दिमागी संतुलन खो चुके हैं. और उन्हें डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए.
दिग्विजय ने बाद में कहा कि मीडिया ने उनका बयान तोड़ मरोड़कर पेश किया. वो तो मीनाक्षी की तुलना शुद्ध सोने से कर रहे थे. महिला आयोग की तत्कालीन अध्यक्ष ममता शर्मा ने तब कहा था कि वो दिग्विजय के बयान पर टिप्पणी नहीं करना चाहतीं क्योंकि ये दो पार्टी नेताओं के बीच का मामला है. लेकिन अगर मीनाक्षी को इस बयान पर आपत्ति है, तो उन्हें प्रतिक्रिया देनी चाहिए.
Smriti Irani पर व्यक्तिगत टिप्पणीदिसंबर 2012 में कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान स्मृति ईरानी पर व्यक्तिगत टिप्पणी की थी. निरुपम ने टीवी एक्ट्रेस से राजनेता बनीं स्मृति ईरानी को टीवी पर ठुमका लगाने वाली कहा था. राजनीतिक बहस के दौरान उन्होंने स्मृति ईरानी से कहा,
"आप तो कल तक पैसे के लिए टीवी ठुमके लगा रही थीं और आज आप राजनीति सिखा रही हैं."
2008 में बिग बॉस के सीजन 2 में हिस्सा लेने वाले संजय निरुपम के इस बयान पर बवाल हुआ. ईरानी ने उनके खिलाफ मानहानि की शिकायत कर दी. समन जारी हुआ तो निरुपम दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गए उन्होंने याचिका रद्द करने की मांग की. लेकिन अदालत ने ऐसा कोई आदेश देने से इनकार कर दिया था.
Jaya Bachchan को कहा, “फिल्मों में नाचने वाली”साल 2018 का मार्च महीना. भाजपा नेता और तब के राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने जया बच्चन के लिए सेक्सिस्ट कॉमेंट किया था. उन्होंने जया बच्चन को ‘फिल्मों में नाचने वाली’ कहा था. अग्रवाल ने ये बयान तब दिया था जब वो भाजपा में शामिल हो चुके थे. समाजवादी पार्टी (SP) ने उन्हें दोबारा राज्यसभा नहीं भेजने का फैसला लिया था. तब पार्टी की तरफ से जया बच्चन को राज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया गया था. इसके बाद अग्रवाल ने कहा था,
"उस इंसान के लिए जो फिल्मों में नाचती थी और एक्टिंग करती थी, उसके लिए मुझे टिकट नहीं दिया गया. मैं इसे सही नहीं मानता."
अग्रवाल के इस बयान की खूब आलोचना हुई. BJP की तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनकी आलोचना में लिखा,
"नरेश अग्रवाल BJP में शामिल हो गए हैं. उनका स्वागत है. लेकिन जया बच्चन जी के बारे में उनकी टिप्पणी गलत है और उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता."
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस मामले में भाजपा से कार्रवाई की मांग की थी.
Mamata Banerjee पर भी साधा निशाना
''हम ममता दी से पूछना चाहते हैं उन्हें कितना मुआवजा चाहिए. बलात्कार के लिए कितना पैसा लेंगी?''
CPIM के नेता अनिसुर रहमान ने साल 2012 में एक चुनावी रैली के दौरान ये बयान दिया था. उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बारे में कहा था कि उन्होंने रेप की कीमत तय की हुई है. कुछ ऐसे ही राजद मुखिया और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने भी बिहार की सड़कों को हेमा मालिनी के गाल जैसी बनाने की बात कहकर विवाद खड़ा कर दिया था.
वीडियो: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल ना होने वाले राजनीतिक दलों पर कंगना रनौत ने क्या कहा?