Iran के पास ज्यादा टैंक-सैनिक, लेकिन Israel के पास... युद्ध हुआ तो कौन पड़ेगा भारी?
Middle East Crisis: Iran को GFP इंडेक्स में 0.2269 स्कोर मिला है. वहीं Israel को 0.2596 स्कोर दिया गया है. दोनों देशों की क्षमताओं को वेबसाइट पर अंतिम बार जनवरी, 2024 में रिव्यू किया गया है.
इजरायल पर ईरान के मिसाइल (Iran Missile Attack Israel) हमलों के बाद व्यापक स्तर पर युद्ध की आशंका जाहिर की जा रही है. ऐसे में दोनों देशों की सैन्य क्षमता की भी चर्चा चल रही है. व्यापक स्तर पर युद्ध होने की स्थिति में किस देश की सेना किन मायनों में बेहतर साबित हो सकती है? इसकी चर्चा ग्लोबल फायरपावर (GFP) नाम की वेबसाइट के डेटा के सहारे करेंगे. GFP हर साल एक रैंकिंग रिपोर्ट जारी करता है. इसमें दुनिया भर के देशों की सैन्य ताकत की तुलना की जाती है. इसे GFP इंडेक्स कहा जाता है.
Iran और Israel की सेना की तुलना2024 के GFP इंडेक्स में ईरान को 14वीं रैंक और इजरायल को 17वीं रैंक प्राप्त है. इस रैंकिंग प्रोसेस में सेना की अलग-अलग क्षमताओं के आधार पर उन्हें स्कोर दिया जाता है. इसमें 0.0000 स्कोर को परफेक्ट माना जाता है. मतलब स्कोर 0 के जितना करीब होगा, सेना को उतना ही मजबूत माना जाएगा. और स्कोर 0 से जितना दूर होगा, सेना की मजबूती को भी उतना ही कम आंका जाएगा. और आसान भाषा में समझें तो जिस देश का स्कोर कम होगा, उसकी सेना को उतना ही मजबूत समझा जाएगा.
ईरान को इस इंडेक्स में 0.2269 स्कोर मिला है. वहीं इजरायल को 0.2596 स्कोर दिया गया है. दोनों देशों की क्षमताओं को वेबसाइट पर अंतिम बार जनवरी, 2024 में रिव्यू किया गया है.
Manpower के मामले में कौन आगे?GFP के डेटा के मुताबिक, सेना के सक्रिय कर्मचारियों की संख्या के मामले में ईरान, इजरायल से आगे है. इस मामले में ईरान को 8वां रैंक प्राप्त है. वहीं इजरायल 31वें स्थान पर है. ईरान के पास सेना के 6 लाख 10 हजार सक्रिय कर्मचारी हैं तो वहीं इजरायल के पास केवल 1 लाख 70 हजार एक्टिव कर्मचारी हैं. यानी इस मामले में ईरान, इजरायल से काफी आगे है. दोनों देशों में 4 लाख 40 हजार सक्रिय सैन्य कर्मचारियों का अंतर है.
देश | रैंक | संख्या |
ईरान | 8 | 6,10,000 |
इजरायल | 31 | 1,70,000 |
हालांकि, सेना के रिजर्व कर्मचारियों के मामले में इजरायल के पास ईरान से ज्यादा संख्या है. रिजर्व कर्मचारी, जरूरत पड़ने पर लड़ने का काम करते हैं. ईरान के पास 3 लाख 50 हजार और इजरायल के पास 4 लाख 65 हजार रिजर्व कर्मचारी है. यानी कि इजरायल के पास ईरान से 1 लाख 15 हजार ज्यादा रिजर्व कर्मचारी हैं.
इसमें मामले में ईरान को 20वां रैंक और इजरायल को 16वां रैंक प्राप्त है.
देश | रैंक | संख्या |
ईरान | 20 | 3,50,000 |
इजरायल | 16 | 4,65,000 |
पैरामिलिट्री फोर्स यानी अर्धसैनिक बलों का काम, देश की सुरक्षा, अखंडता, और बॉर्डर की रक्षा करना होता है. ईरान की पैरामिलिट्री फोर्स में 2 लाख 20 हजार लोग हैं. वहीं इजरायल के अर्धसैनिक बलों में मात्र 35 हजार लोग हैं. इस मामले में ईरान 1 लाख 85 हजार ज्यादा संख्या रखता है. इस बिंदु पर रैंक के मामले में ईरान 10वें स्थान पर और इजरायल 26वें स्थान पर है.
देश | रैंक | संख्या |
ईरान | 10 | 1,85,000 |
इजरायल | 26 | 35,000 |
डिफेंस बजट के मामले में इजरायल, ईरान से काफी आगे है. इजरायल का रक्षा बजट करीब 24 बिलियन डॉलर (2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा) का है. वहीं ईरान का रक्षा बजट 9 बिलियन डॉलर (लगभग 75 हजार करोड़ रुपये) से अधिक है.
देश | रैंक | रक्षा बजट |
ईरान | 33 | 9,954,451,000 डॉलर |
इजरायल | 19 | 24,400,000,000 डॉलर |
मिलिट्री एयरक्राफ्ट बेड़ों की बात करें तो इजरायल के पास 612 एयरक्राफ्ट हैं और ईरान के पास 551 एयरक्राफ्ट हैं. ईरान के पास 186 फाइटर एयरक्राफ्ट और इजरायल के पास 241 फाइटर एयरक्राफ्ट हैं. ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट के मामले में ईरान, इजरायल से काफी आगे है. इजरायल के पास मात्र 12 और ईरान के पास 86 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट हैं.
साथ ही ईरान के पास 7 हवाई टैंकर भी हैं. हालांकि, इजरायल इस मामले में आगे है. उसके पास 14 हवाई टैंकर हैं. ईरान के पास 129 और इजरायल के पास 146 हेलीकॉप्टर है. दोनों देशों के पास क्रमश: 13 और 48 अटैक हेलीकॉप्टर्स हैं.
Land Power के मामले में ईरान और इजरायलईरान के पास 1 हजार 996 और इजरायल के पास 1 हजार 370 टैंक हैं. वहीं ईरान के पास 65,765 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन और इजरायल के पास 43,407 बख्तरबंद लड़ाकू वाहन हैं. साथ ही ईरान के पास 775 मोबाइल (मूविंग) रॉकेट प्रोजेक्टर्स हैं. इजरायल के पास सिर्फ 150 मोबाइल रॉकेट प्रोजेक्टर्स हैं.
इजरायल की तुलना में ईरान के पास ज्यादा युद्धपोत और पनडुब्बियां हैं. ईरान के पास 101 और इजरायल के पास 67 युद्धपोत और पनडुब्बियां हैं.
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