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चलती गाड़ी में लगी आग, बाहर न आ पाया शख्स! क्यों लगी हाइब्रिड गाड़ी में आग?

एक्सपर्ट्स ने यूं अचानक आग लगने की कुछ वजहें बताई हैं. कि हाइब्रिड गाड़ी में आग लगी क्यों होगी? आप भी इन बातों का ध्यान रख सकते हैं.

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जली हुई गाड़ी की सांकेतिक तस्वीर (फ़ोटो - फ्रीपिक)
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सोम शेखर
29 दिसंबर 2023 (Updated: 30 दिसंबर 2023, 12:57 PM IST)
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बेंगलुरु-तुमकुरु रोड पर एक गाड़ी में आग लग गई. आग ऐसी भड़की, कि उसमें सवार कार चालक अपनी जान बचाने के लिए कार से बाहर भी न निकल पाया. आस-पास वालों ने आग बुझाने की कोशिश भी की, मगर असफल रहे. इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है.

गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर से पता चला है कि ये कार मारुति सुज़ुकी की मल्टी-यूटिलिटी वीकल (MUV) Maruti XL6 थी. हाइब्रिड वर्ज़न, ज़ेटा वैरियंट. कार में आग लगने की वजह नहीं पता चल पाई है. न ही मारुति सुज़ुकी की तरफ़ से कोई बयान जारी किया गया है. मगर गाड़ियों के एक्सपर्ट्स के मुताबिक़ कुछ वजहें बताई जा रही हैं, कि हाइब्रिड गाड़ी में आग लगी क्यों थी?

बाहर क्यों नहीं निकल पाया?

इंडिया टुडे के अश्वनी कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक़, घटना बेंगलुरू के अंचेपाल्या इलाक़े की है. पीड़ित का नाम टी अनिल कुमार है. उम्र, 48 साल. बेंगलुरु के उत्तरी भाग जलाहल्ली-पश्चिम के रहने वाले थे. पेशे से रियल-स्टेट एजेंट थे.

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27 दिसंबर को क़रीब 3:30 बजे अपने घर लौट रहे थे. शुरूआती जांच से मालूम हुआ है कि उन्होंने दरवाज़ा खोलने की कोशिश की, लेकिन गाड़ी का सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम जाम हो गया. पास के पेट्रोल पंप में काम कर रहे कर्मचारियों ने फ़ायर एक्सटिंगुइशर से आग बुझाने की कोशिश भी की, लेकिन आग बेक़ाबू हो चुकी थी.

कैसे लगी आग?

कार डीलर ने पुलिस को बताया कि गाड़ी दिसंबर, 2022 में ख़रीदी गई थी. तब से एक साल के अंदर कार की तीन सर्विस हुई हैं. यानी गाड़ी सही से मेंटेंड थी. फिर कैसे आग लगी? 

डेक्कन हेराल्ड की उद्भवी बालाकृष्ण ने ऑटो एक्सपर्ट्स से बात की, तो पता चला कि आग लगने के कई कारण हो सकते हैं. एक ग़लत फिटिंग की वजह से शॉर्ट सर्किट हो सकता है.

"हर कार मॉडल में एक ख़ास इलेक्ट्रिकल हार्नेस होता है. अगर कोई ग्राहक बाहर से कुछ हाई-एंड म्यूज़िक सिस्टम लगवाता है, रियर पार्किंग सेंसर, डैशबोर्ड कैमरे जैसी चीज़ें लगवाता है, तो मुमकिन है कि इलेक्ट्रीशियन ने शॉर्टकट अपनाया हो. इससे इलेक्ट्रिकल सिस्टम में शॉर्ट सर्किट होने का ख़तरा बढ़ जाता है."

ऑटोमोबाइल विशेषज्ञ केन सनी ने कहा कि 80% आशंका है कि आग लगने का कारण बाहर से करवाई फिटिंग ही हो. सही फ़िटिंग की लागत भी काफ़ी ज़्यादा होती है, सो कई लोग बाहर के ही किसी मेकैनिक से फ़िटिंग करवाते हैं. और, वो तारों को बेतरतीब ढंग से जोड़ देते हैं.

कार का लॉक सिस्टम क्यों जाम हुआ? इस बारे में विशेषज्ञ बताते हैं कि आग लगते ही इलेक्ट्रिक सिस्टम भी जल जाता है और इससे लॉक्स वाली प्रणाली ठप हो जाती है.

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मदनायकनहल्ली पुलिस ने कार डीलर के ख़िलाफ़ केस दर्ज कर लिया है और कार कंपनी को भी संपर्क किया है. अभी तक ठीक-ठीक पता नहीं चल पाया है कि आग लगी कैसे, मगर शुरुआती रिपोर्ट्स से पता चलता है कि शॉर्ट सर्किट हुआ होगा. शुरुआत में ये भी क़यास लगे थे कि कार में CNG का सिलेंडर लगा था, लेकिन ये एक हाइब्रिड कार थी. पेट्रोल और इलेक्ट्रिक का मिक्स.

नैशनल ट्रांसपोर्ट सेफ़्टी बोर्ड ने 2020 में कई गाड़ियां रिकॉल की थीं. AutoInsuranceEZ नाम की संस्था ने इनके आंकड़ों का विश्लेषण किया. स्टडी के मुताबिक़, पेट्रोल-डीज़ल और इलेक्ट्रिक कारों के मुक़ाबले हाइब्रिड कारों में आग लगने का ख़तरा ज़्यादा रहता है. हर 1 लाख गाड़ियों में सबसे ज़्यादा हाइब्रिड कारों में आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं. हर 1 लाख हाइब्रिड कारों में से 3474 वाहनों में आग लगी. दूसरे नंबर पर गैसोलिन यानी पेट्रोल-डीज़ल और तीसरे नंबर पर इलेक्ट्रिक गाड़ियां होती हैं. 1 लाख पेट्रोल गाड़ियों में से 1529 यूनिट्स में आगज़नी हुई.

अभी सारी ही बातें अटकलें हैं. मगर चलती कार में आग लगे, तो कुछ बातों का ध्यान रखना है -

  • अगर कार से स्मोक या धुएं की गंध आ रही हो, तो तत्काल गाड़ी साइड में लगा लें. इंजन बंद करें और तत्काल कार से बाहर आएं.
  • यदि दरवाजे जाम हों, तो पैनिक न करें. खिड़की तोड़ने की कोशिश करें.
  • बाहर आ कर कार का बोनट खोलने की कोशिश बिल्कुल न करें. आग बढ़ सकती है. 
  • पुलिस या पास के फ़ायर ब्रिगेड को फोन करें. 

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