मटिहानी सीट, चार बार के विधायक बाहुबली बोगो सिंह की सीट पर बड़ा उलटफेर हो गया है
क्या पांचवी बार जीत हासिल कर पाए बोगो?

सीट का नाम- मटिहानी विधानसभा सीट
ज़िला- बेगुसराय
जीत मिली-
नाम- राजकुमार सिंह पार्टी- LJP कुल वोट- 61364 वोटों का अंतर- 333
हारने वाले-
नाम- नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह पार्टी- JDU (NDA के खेमे से) कुल वोट- 61031
नाम- राजेंद्र प्रसाद सिंह पार्टी- CPI(M) (महागठबंधन) कुल वोट- 60599
मटिहानी सीट का नतीजा.
पिछले चुनाव के नतीजे
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में JDU ने बोगो सिंह को ही उतारा था. BJP ने सर्वेश कुमार को, CPI ने शोभा देवी को. पलड़ा JDU का भारी रहा. बोगो सिंह को 89292 वोट मिले, सर्वेश कुमार को 66605, भोभा देवी को 11232. बोगो ने 22687 वोटों से जीत हासिल की.
2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में JDU और BJP साथ थे, NDA के तहत. इस चुनाव में मटिहानी सीट से JDU ने बोगो सिंह को, कांग्रेस ने अभय कुमार सर्जन, LJP ने विद्या रानी को उतारा था. बोगो को 60440 वोट मिले, अभय कुमार को 36601 और विद्या रानी को 13387 वोट मिले. बोगो 23839 वोटों से जीते.
सीट ट्रिविया-
- 1977 में बनी इस सीट में साल 2000 तक तो कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) और कांग्रेस का ही का बोलबाला रहा. -CPI के राजेंद्र राजन 1990 से लेकर 2005 तक यहां के विधायक रहे. - 2005 में पहली बार बोगो सिंह ने विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया. BJP से टिकट मांगी, लेकिन टिकट मिला नहीं. उसके बाद निर्दलीय ही चुनावी मैदान में उतर गए. - 2005 में दो बार बिहार में चुनाव हुए थे, क्योंकि पहली बार में किसी भी पार्टी को इतनी सीटें नहीं मिली थीं, कि सरकार बना ली जाए. दोनों ही चुनाव में बोगो सिंह निर्दलीय उतरे और दोनों ही बार जीते. - बाद में JDU ने अगले चुनाव यानी 2010 में बोगो सिंह को टिकट दिया. 2015 में भी दिया था. और अब तीसरी बार बोगो ने JDU के टिकट पर चुनाव लड़ा था. कांटे की टक्कर हुई और बोगो को हार का सामना करना पड़ा. - विजेता उम्मीदवार राजकुमार सिंह तस्कर सम्राट कहे जाने वाले कामदेव सिंह के बेटे हैं. LJP के खाते में अभी तक ये एकमात्र सीट आई है.