ज़ुबीन गर्ग की सिंगापुर में मौत हो गई. इसके बाद से देश, खासकर असम में शोक की लहरहै. लेकिन असम के लोग उन्हें इतनी शिद्दत से चाहते क्यों थे. क्यों उनके लिए सड़कोंपर उतर आए. गाने गाने लगे, रोने लगे. ये कहानी सिर्फ सिंगर ज़ुबीन की नहीं है. सपनेकी है. किक बॉक्सर ज़ुबीन की भी है. उस ज़ुबीन की भी जो उग्रवादी संगठन से डरानहीं. उस ज़ुबीन की जो जरूरतमंदों का मददगार भी रहा. अधिक जानने के लिए देखेंवीडियो.